जल ग्रिड परियोजनाः फड़नवीस ने कहा- जल्द ही मराठवाड़ा का सूखा इतिहास बन जाएगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 27, 2019 06:39 PM2019-08-27T18:39:13+5:302019-08-27T18:39:13+5:30
फड़नवीस ने दावा किया कि उनकी ‘महाजनादेश यात्रा’ की तुलना में विधानसभा चुनावों से पहले विपक्षी राकांपा और कांग्रेस के संपर्क अभियानों को जनता का कम समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मराठवाड़ा में सूखे के हालात गंभीर हैं।’’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मंगलवार को दावा किया कि एक जल ग्रिड परियोजना और कोंकण से गोदावरी नदीघाटी में पानी भेजने से मराठवाड़ा का सूखा इतिहास बन जाएगा।
फड़नवीस ने दावा किया कि उनकी ‘महाजनादेश यात्रा’ की तुलना में विधानसभा चुनावों से पहले विपक्षी राकांपा और कांग्रेस के संपर्क अभियानों को जनता का कम समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मराठवाड़ा में सूखे के हालात गंभीर हैं।’’
फड़नवीस ने कहा कि सरकार ने ‘जलयुक्त शिवार’ योजना के तहत मराठवाड़ा में जल संचय के लिए ढांचों का निर्माण किया है, लेकिन क्षेत्र में कम बारिश की वजह से पानी का पर्याप्त संचय नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि ग्रिड परियोजना और कोंकण से पानी भेजने से सूखा प्रभावित क्षेत्र को वहां जल की कमी की समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मराठवाड़ा जल ग्रिड के तहत बांधों को आपस में जोड़ा जाएगा और गांवों तक पानी ले जाया जाएगा। इसमें 20 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।’’ राकांपा सांसद सुप्रिया सुले के ‘संवाद’ अभियान पर फड़नवीस ने कहा, ‘‘उन्हें उस समय यह अभियान शुरू करना चाहिए था जब वे (1999 से 2014 तक) सत्ता में थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, इसलिए आज उनकी यह स्थिति है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी ‘महाजनादेश यात्रा’ 1641 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है और अब तक 60 विधानसभा क्षेत्रों से गुजर चुकी है।