‘हम जीत गए हैं’, मनोज जरांगे ने मंत्रियों की उपस्थिति में समर्थकों से कहा, रात 9 बजे मुंबई छोड़ दूंगा, देखिए वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 2, 2025 17:59 IST2025-09-02T16:48:52+5:302025-09-02T17:59:52+5:30
Manoj Jarange Patil Maratha Morcha: महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने का वादा किया है।

Manoj Jarange Patil Maratha Morcha
मुंबईः मराठा आंदोलन पर बैठे मनोज जरांगे ने भूख हड़ताल वापस ली है।मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र सरकार को मराठा समुदाय को कुनबी का एक हिस्सा बताने वाला सरकारी आदेश (जीआर) जारी करने के लिए दो महीने का ‘अल्टीमेटम’ दिया है। जरांगे ने मंत्रियों की उपस्थिति में अपने समर्थकों से कहा कि ‘‘हम जीत गए हैं।’’ महाराष्ट्र सरकार ने अगर मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सरकारी आदेश जारी कर दिया तो आज रात नौ बजे तक मुंबई से रवाना हो जाऊंगा। महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने का वादा किया है।
VIDEO | Maratha quota stir: Activist Manoj Jarange briefs media after meeting three Maharashtra ministers at Azad Maidan in Mumbai. The Bombay High Court has directed Jarange and his supporters to vacate Azad Maidan or face action.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 2, 2025
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VIDEO | Maratha quota stir: Activist Manoj Jarange says, "Maharashtra govt has promised to withdraw cases against Maratha quota agitators, and pay compensation to kin of stir victims in a week."
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/dv5TRAShcC)#MarathaQuota… pic.twitter.com/A9KJTIs4MD— Press Trust of India (@PTI_News) September 2, 2025
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हमारी सरकार ने मराठा समाज के लिए, महाराष्ट्र निर्माण से आज तक आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण के आधार पर जितना किया जाना चाहिए था वह किया। किसी अन्य सरकार ने ऐसा नहीं किया। महायुति सरकार ने जिस प्रकार से योजना बनाई है, मुझे लगता है कि हम मराठा समाज को मजबूती देने का काम कर रहे हैं।
Pune: On the Maratha Reservation agitation, Maharashtra Minister Chandrashekhar Bawankule says, "Mumbai is a fast-paced city, so keeping in mind that people should not face inconvenience and law and order should not be disturbed, whatever directions have been given, I believe… pic.twitter.com/m6C8XNxDo7
— ANI (@ANI) September 2, 2025
STORY | We have won, says Jarange as govt accepts most of his demands on Day 5 of fast; supporters celebrate
Activist Manoj Jarange announced victory after the Maharashtra government's cabinet sub-committee on Maratha quota accepted most of his demands, including giving Kunbi… pic.twitter.com/bxnWc0bCK5— Press Trust of India (@PTI_News) September 2, 2025
महाराष्ट्र सरकार ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे द्वारा उठाई गईं मांगों के संबंध में एक मसौदा तैयार कर लिया है। राज्य मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मराठा आरक्षण पर मंत्रिमंडल उप-समिति के प्रमुख विखे पाटिल ने कहा कि वह समिति के सदस्य शिवेंद्रसिंह भोसले और जयकुमार गोरे के साथ आज जरांगे से मिले और मसौदे पर चर्चा की। मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि मसौदा तैयार कर लिया गया है और समिति ने गौर किया कि यह कानूनी ढांचे के तहत है, जिसके बाद इसे मंजूरी दी गई।
मराठा आरक्षण आंदोलन: अदालत के आदेश के बाद मुंबई पुलिस प्रदर्शनकारियों के वाहनों को हटाने में जुटी
मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारंगे और उनके समर्थकों को आज़ाद मैदान खाली करने का निर्देश दिये जाने के एक दिन बाद मंगलवार को मुंबई पुलिस ने प्रदर्शन स्थल के आसपास के इलाकों में खड़े प्रदर्शनकारियों के वाहनों को हटाना शुरू कर दिया।
Maratha Reservation Agitation | Bombay HC: Respondent number 5 (Manoj Jarange) may be held responsible for aiding and abetting people coming to Mumbai beyond a certain number of 5,000. Tomorrow, the matter will be taken up at 1.00 pm. But by this order, we must indicate that this… https://t.co/fC8GO4KvsB
— ANI (@ANI) September 2, 2025
पुलिस उपायुक्त प्रवीण मुंधे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) मुख्यालय और आजाद मैदान के पास महापालिका मार्ग पर पहुंचे तथा प्रदर्शनकारियों से वहां खड़े उनके वाहनों को हटाने का अनुरोध करने लगे। मुंधे को सार्वजनिक घोषणा प्रणाली की मदद से प्रदर्शनकारियों से पुलिस के साथ सहयोग करने का अनुरोध करते हुए देखा गया।
हालांकि, प्रदर्शनकारी पुलिस के हस्तक्षेप का विरोध करते दिखे। प्रदर्शनकारियों ने तर्क दिया कि उनके ट्रक और टेम्पो जैसे वाहनों में भोजन और पानी जैसी जरूरी चीज़ें हैं। पुलिस अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई तथा स्थिति से निपटने के लिए दंगा निरोधक पुलिस की एक अतिरिक्त टुकड़ी बुलाई गई।
कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों का घेराव भी किया। हालांकि, अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत किया, उन्हें वैकल्पिक पार्किंग व्यवस्था का आश्वासन दिया और कुछ वाहन नवी मुंबई ले जाने को कहा।