चार साल बाद 'अग्निवीरों' को हरियाणा सरकार में गारंटी के साथ नौकरी देंगे, 'अग्निपथ योजना' पर बोले मनोहर लाल खट्टर
By अनिल शर्मा | Published: June 21, 2022 09:47 AM2022-06-21T09:47:54+5:302022-06-21T09:51:29+5:30
नई सैन्य भर्ती संविदा आधार पर की जाएगी और बाद में केवल 25 प्रतिशत को नियमित किया जाएगा। इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। बचे 75 प्रतिशत अग्निवीरों को कार्यकाल पूरा होने के बाद केंद्रीय बलों में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण लागू रहेगा।
चंडीगढ़ः सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि कार्यकाल पूरा होने के बाद अग्निवीरों को सरकार की नौकरी में लेना कठिन नहीं है। मनोहर लाल खट्टर ने अग्नीवीरों को नौकरी देने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि जो अग्निवीर नौकरी में आना चाहेंगे हरियाणा सरकार उन्हें गारंटी के साथ नौकरी देगी।
मनोहर लाल खट्टर ने बयान में कहा, चार साल के बाद जब जो 75 प्रतिशत अग्निवीर वापस आएंगे उन्हें हरियाणा सरकार की नौकरियों में लेना बहुत कठिन नहीं है। मैं आज घोषणा करता हूं कि जो लोग(अग्निवीर) हरियाणा सरकार की नौकरियों में आना चाहेंगे उन्हें गारंटी के साथ नौकरी दी जाएगी।
चार साल के बाद जब जो 75% अग्निवीर वापस आएंगे उन्हें हरियाणा सरकार की नौकरियों में लेना बहुत कठिन नहीं है। मैं आज घोषणा करता हूं कि जो लोग(अग्निवीर) हरियाणा सरकार की नौकरियों में आना चाहेंगे उन्हें गारंटी के साथ नौकरी दी जाएगी: अग्निपथ योजना पर हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर pic.twitter.com/qq3SEnFkuJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 21, 2022
सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी। सरकार ने बीते मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि सभी नयी भर्तियों के लिए आयु साढ़े 17 से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए। विरोध के दौरान रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ, सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एकबारगी (आयु सीमा में) छूट दी जाएगी।’’
नई सैन्य भर्ती संविदा आधार पर की जाएगी और बाद में केवल 25 प्रतिशत को नियमित किया जाएगा। इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। बचे 75 प्रतिशत अग्निवीरों को कार्यकाल पूरा होने के बाद केंद्रीय बलों में भर्ती के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण लागू रहेगा।
बता दें रोजगार के पहले वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 30 हजार रुपये होगा और हाथ में 21 हजार रुपये आएं, क्योंकि नौ हज़ार रुपये सरकार के बराबर योगदान के साथ एक कोष में जाएंगे। इसके बाद दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष में मासिक वेतन 33 हजार रुपये, 36 हजार 500 रुपये और 40 हजार रुपये होगा। प्रत्येक 'अग्निवीर' को 'सेवा निधि पैकेज' के रूप में 11.71 लाख रुपये की राशि मिलेगी और इसे आयकर से छूट दी जाएगी। नयी योजना के तहत चार साल के कार्यकाल में लगभग ढाई महीने से छह महीने की प्रशिक्षण अवधि शामिल होगी।