नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सोमवार को महत्वपूर्ण राज्यसभा सत्र में भाग लेने के लिए व्हीलचेयर पर संसद आए, जहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक 2023 पर चर्चा हो रही थी।
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने सिंह को धन्यवाद देते हुए ट्विटर पर लिखा, "आज राज्यसभा में डॉ. मनमोहन सिंह ईमानदारी की मिसाल बनकर खड़े हुए और विशेष रूप से काले अध्यादेश के खिलाफ वोट करने आये। लोकतंत्र और संविधान के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता एक गहन प्रेरणा है। उनके अमूल्य समर्थन के लिए मैं हृदय से उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।"
हालांकि, संसद के उच्च सदन में मनमोहन सिंह की उपस्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक बहस भी शुरू हो गई। कांग्रेस की आलोचना करते हुए भाजपा ने लिखा, "याद रखेगा देश, कांग्रेस की ये सनक! कांग्रेस ने सदन में एक पूर्व प्रधानमंत्री को देर रात स्वास्थ्य की ऐसी स्थिति में भी व्हीलचेयर पर बैठाये रखा वो भी सिर्फ अपना बेईमान गठबंधन जिन्दा रखने के लिए! बेहद शर्मनाक!"
वहीं, भाजपा पलटवार करते हुए कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "चरणचंपकों, यह लोकतंत्र के प्रति डाक्टर साहब का समर्पण है - यह इस देश के संविधान में उनकी आस्था है। भाजपा ने अपने बुजुर्गों को भले मानसिक कोमा में धकेल दिया हो - हमारे बड़े हमारी प्रेरणा, हमारा हौसला हैं। अपने आका से कहो कुछ सीखें - भगौड़ा ना बनें।"