मनीष तिवारी का बड़ा बयान, कहा- सीबीएफसी को खत्म कर दिया जाए
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: January 28, 2018 16:12 IST2018-01-28T16:11:23+5:302018-01-28T16:12:34+5:30
कांग्रेस नेता ने करणी सेना की धमकी मिलने के बाद फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी द्वारा जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करने के संदर्भ में यह बयान दिया।

मनीष तिवारी का बड़ा बयान, कहा- सीबीएफसी को खत्म कर दिया जाए
कांग्रेस सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को खत्म कर दिया जाना चाहिए। तिवारी ने ट्वीट किया, "मेरी समझ से प्रसून जोशी को जयपुर साहित्य उत्सव में ससम्मान शामिल होना चाहिए। अच्छे लोगों को बुराई को अच्छाई तक लाने के लिए कुछ नहीं करना होता है। मैं मानता हूं कि फिल्म प्रमाणन बोर्ड को खत्म कर देना चाहिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जैसे मुद्गल कमेटी के साथ किया था। जब तक फिल्म प्रमाणन बोर्ड है, तब तक मंत्रालय और बोर्ड को इसकी गरिमा का सम्मान करते रहना चाहिए।"
कांग्रेस नेता ने करणी सेना की धमकी मिलने के बाद फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी द्वारा जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल होने का कार्यक्रम रद्द करने के संदर्भ में यह बयान दिया। करणी सेना ने प्रसून जोशी द्वारा फिल्म 'पद्मावत' को हरी झंडी देने के कारण उन्हें जयपुर साहित्य उत्सव में शामिल नहीं होने की धमकी दी थी।
In my respectful opinion @prasoonjoshi_ should have attended Jaipur Lit Fest.For tyranny to triumph all that good men have to do is nothing. I believe CBFC should be abolished.AsI&B Min appointed Mudgal Committee to that end.Till CBFC exists Chief &I&B Min should defend its Remit
— Manish Tewari (@ManishTewari) 28 January 2018
इससे पहले जोशी ने 'पद्मावत' मुद्दे पर बयान दिया था, "मैंने अपना काम किया और ईमानदारी से संतुलित निर्णय लिया। जैसा कि मैं पहले ही बोल चुका हूं कि फिल्म का प्रमाणन एक निश्चित प्रक्रिया के तहत होता है, जिसमें समाज और फिल्म की कहानी को ध्यान में रखकर सभी जायज सुझावों पर विचार किया जाता है।" सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संजय लीला भंसाली की 'पद्मावत' को भारत भर में रिलीज की अनुमति मिलने के बाद भी यह फिल्म कुछ राज्यों में रिलीज नहीं हो सकी है। इसलिए जहां भी इस फिल्म का प्रदर्शन हो रहा है, उन सिनेमाघरों में लंबी कतारें लगी हुई हैं।