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मणिपुर: दो किशोरों के लापता होने के बाद राज्य में नए सिरे से तनाव, अपहरण की आशंका

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 6, 2023 21:12 IST

स्थानीय लोगों को आशंका है कि लामशांग के रहने वाले दोनों किशोरों का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है। लामशांग पुलिस ने गुमशुदगी का एक मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।

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ठळक मुद्देदो किशोरों के लापता होने के बाद राज्य में नए सिरे से तनावआशंका है कि लामशांग के रहने वाले दोनों किशोरों का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया हैलामशांग पुलिस ने गुमशुदगी का एक मामला दर्ज किया है

इंफाल: मणिपुर के इंफाल पश्चिमी जिले से दो किशोरों के लापता होने के बाद राज्य की राजधानी और आसपास के इलाकों में सोमवार को नए सिरे से तनाव पैदा हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि लापता किशोरों की पहचान 16 वर्षीय मैबम अविनाश और 19 वर्षीय निंगथोउजाम एंथनी के तौर पर की गई है और दोनों रविवार की सुबह इंफाल पश्चिम जिले के सेकमाई इलाके की ओर मोटरसाइकिल से गए थे।

स्थानीय लोगों को आशंका है कि लामशांग के रहने वाले दोनों किशोरों का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया है। लामशांग पुलिस ने गुमशुदगी का एक मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने लापता किशोरों का मोबाइल फोन सेनापति जिले में पेट्रोल पंप के पास से काले रंग के पॉलीथिन बैग से बरामद किया है।

पुलिस से त्वरित कार्रवाई कर किशोरों को बचाने की मांग करते हुए इंफाल शहर स्थित तीन प्रमुख स्कूलों में उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के छात्रों ने रैली निकाली और राजधानी इंफाल के केंद्र किशाम्पत चौराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी लामन्गम्बा ने कहा, ‘इस घटना को समुदाय के छात्रों के लिए स्वीकार करना मुश्किल है। हम पहले ही दो युवाओं के लापता होने की घटना को देख चुके हैं।’ लामशांग में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग सड़कों पर उतरे और टायर जलाकर और सड़कों पर पत्थर रखकर अपना विरोध जताया। 

बता दें कि तमाम प्रयासों के बाद भी मणिपुर में तनाव कम नहीं हो रहा है। मणिपुर सरकार ने राज्य में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध आठ नवंबर तक बढ़ा दिया है। बीते दिनों  मणिपुर राइफल्स के शस्त्रागार को लूटने के इरादे से भीड़ ने सुरक्षा बल के शिविर पर हमला किया था। जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों को हवा में गोलियां चलानी पड़ी थीं। 

तीन नवंबर को मणिपुर के कुकी-जो आदिवासी समूहों के सदस्यों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया और राज्य तथा केंद्र सरकार पर पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया। संयुक्त यूएनएयू छात्र मंच दिल्ली, कुकी-जो महिला मंच दिल्ली और यूएनएयू आदिवासी महिला मंच दिल्ली की ओर से आहूत विरोध प्रदर्शन में जनजातीय समुदायों के सदस्यों ने जनजातीय क्षेत्रों के लिए एक अलग प्रशासन की मांग उठाई। 

टॅग्स :मणिपुरक्राइमPoliceArmy
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