मणिपुर चुनाव: हिंसा की घटनाओं के बाद चुनाव आयोग ने नौ सीटों पर पुर्नमतदान के आदेश दिए, 88.63 हुआ मतदान
By विशाल कुमार | Updated: March 2, 2022 10:04 IST2022-03-02T09:58:42+5:302022-03-02T10:04:01+5:30
मणिपुर में विधानसभा की 38 सीटों के लिए हुए पहले चरण के चुनाव में कुल 12.09 लाख मतदाताओं में से 88.63 प्रतिशत ने मताधिकार का उपयोग किया। चुनाव आयोग ने मणिपुर के जिन नौ मतदान केंद्रों पर नए सिरे से मतदान कराने का फैसला किया है, वे चूड़ाचंदपुर जिले में स्थित हैं।

मणिपुर चुनाव: हिंसा की घटनाओं के बाद चुनाव आयोग ने नौ सीटों पर पुर्नमतदान के आदेश दिए, 88.63 हुआ मतदान
इम्फाल: बीते सोमवार को पहले चरण के मतदान के दौरान हिंसा के मामले सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने मणिपुर विधानसभा की नौ सीटों पर दोबारा मतदान का आदेश दिया है। चुनाव आयोग ने मणिपुर के जिन नौ मतदान केंद्रों पर नए सिरे से मतदान कराने का फैसला किया है, वे चूड़ाचंदपुर जिले में स्थित हैं।
इनमें थानलॉन (एसटी) विधानसभा क्षेत्र में सोंगसांग मिशन स्कूल, माइटे एमई स्कूल और तिनसुओंग एमई स्कूल; हेंगलेप (एसटी) विधानसभा क्षेत्र में माजुरोन कुकी, खोइरेंटक, मोलसांग, लेइनोम; और सिंघाट (एसटी) विधानसभा क्षेत्र में टीकोट और मौकोट शामिल हैं।
मणिपुर में विधानसभा की 38 सीटों के लिए हुए पहले चरण के चुनाव में कुल 12.09 लाख मतदाताओं में से 88.63 प्रतिशत ने मताधिकार का उपयोग किया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 87.29 प्रतिशत पुरुषों के मतदान के मुकाबले महिलाओं ने अधिक मतदान किया और उनका मत प्रतिशत 89.96 रहा। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने ‘‘अधिक उत्साह दिखाया।’’
चूड़ाचंदपुर, फेरजॉल, बिश्नुपुर और कांगपोक्पी में 13 चिह्नित शिवरों में डाक मतपत्र के जरिए कुल 253 पूर्व उग्रवादियों में से 247 ने मतदान किया।
सीईओ ने माना कि कुछ मतदान केंद्रों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आयीं लेकिन जांच में पाया गया कि ‘‘उनमें से किसी का भी चुनाव प्रक्रिया पर हानिकारक असर नहीं पड़ा और मत पेटियां सुरक्षित हैं।’’