500 से अधिक लेखक कल से शुरू करेंगे सांप्रदायिकता के खिलाफ अभियान, दिल्ली से लेकर इलाहाबाद तक होंगे ऑनलाइन कार्यक्रम

By अरविंद कुमार | Published: January 29, 2022 10:20 AM2022-01-29T10:20:05+5:302022-01-29T13:19:23+5:30

यह अभियान देश के दस से अधिक लेखक संगठनों और जनसंगठनों  द्वारा शुरू किया जा रहा है। इसे दिल्ली में एक ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिये लांच किया जाएगा। लखनऊ रांची इलाहाबाद में भी ऑनलाइन कार्यक्रम होंगे। आज भी प्रसिद्ध कवि एवं जनसंस्कृति मंच के संस्थापक गोरख पांडेय की स्मृति में कार्यक्रम हो रहा है।

mahatma gandhi campaign against fascism communalism more than 500 writers and intellectuals | 500 से अधिक लेखक कल से शुरू करेंगे सांप्रदायिकता के खिलाफ अभियान, दिल्ली से लेकर इलाहाबाद तक होंगे ऑनलाइन कार्यक्रम

500 से अधिक लेखक कल से शुरू करेंगे सांप्रदायिकता के खिलाफ अभियान, दिल्ली से लेकर इलाहाबाद तक होंगे ऑनलाइन कार्यक्रम

Highlightsयह अभियान देश के दस से अधिक लेखक संगठनों और जनसंगठनों  द्वारा शुरू किया जा रहा है।लखनऊ रांची इलाहाबाद में भी ऑनलाइन कार्यक्रम होंगे।आज भी प्रसिद्ध कवि एवं जनसंस्कृति मंच के संस्थापक गोरख पांडेय की स्मृति में कार्यक्रम हो रहा है।

नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं शहादत दिवस पर देश के 500 सौ से अधिक लेखक और बुद्धिजीवी कल साम्प्रदायिकता, फासीवाद और सरकारी दमन एवं अत्याचार के विरुद्ध अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रतिरोध अभियान जारी करेंगे।

यह अभियान देश के दस से अधिक लेखक संगठनों और जनसंगठनों  द्वारा शुरू किया जा रहा है। इसे दिल्ली में एक ऑनलाइन कार्यक्रम के जरिये लांच किया जाएगा। लखनऊ, रांची, इलाहाबाद में भी ऑनलाइन कार्यक्रम होंगे। आज भी प्रसिद्ध कवि एवं जनसंस्कृति मंच के संस्थापक गोरख पांडेय की स्मृति में कार्यक्रम हो रहा है।

अभियान से जुड़े प्रगतिशील लेखक संघ के  कार्यकारी अध्यक्ष एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति विभूति नारायण राय ने बताया कि इसमें प्रसिद्ध लेखक संस्कृति कर्मी  अशोक वाजपेयी उद्घाटन भाषण देंगे।

इसके साथ ही गांधी जी की शहादत पर एक संगोष्ठी होगी जिसमें प्रसिद्ध गांधीवादी एवम गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ,प्रसिद्ध मस्राठी लेखक राव साहब कस्बे सूर्यनारायण रणसुभे आदि भाग लेंगे। कार्यक्रम में भीमा कोरेगांव घटना के आरोप में तथा दिल्ली दंगे के आरोप में फँसाये गए लोगों को रिहा करने की मांग से सम्बंधित एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा।

इस अभियान में इप्टा, जनवादी लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ, जन संस्कृति मंच, दलित लेखक संघ, अखिल भारतीय दलित महिला लेखक संघ, जन नाट्य मंच, लिखावट संगवारी समेत कई संगठन शामिल हैं।

इस अभियान से ज्ञानरंजन, नरेश सक्सेना, अशोक वाजपेयी, इब्बार  रब्बी, असग़र वज़ाहत, राजेश जोशी, पंकज बिष्ट, विष्णु नागर, रविभूषण
वीरेंद्र यादव, रामजी राय, रेखा अवस्थी और विजय कुमार समेत 500 से अधिक लेखक जुड़े हैं।

Web Title: mahatma gandhi campaign against fascism communalism more than 500 writers and intellectuals

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