महाराष्ट्र में बाढ़ः कम हो रहा पानी, फंसे थे हजारों वाहन, मुम्बई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग-4 खोला गया
By भाषा | Published: August 12, 2019 03:22 PM2019-08-12T15:22:33+5:302019-08-12T15:22:33+5:30
कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने कहा, ‘‘पानी का स्तर घट गया है और शिरोली पुल का अब वाहनों की आवाजाही के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने एहतियात के तौर पर इस राजमार्ग के एक तरफ एक एक ही लेन को खोलने का फैसला किया है।’’
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बाढ़ की वजह से पिछले छह दिन से बंद मुम्बई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग को पानी घटने के बाद सोमवार को खोल दिया गया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
छह लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग 4 पर शिरोली पुल से एक लेन के माध्यम से कोल्हापुर और बेलगाम के बीच यातायात को चालू कर दिया गया। पिछले हफ्ते बाढ़ में इस व्यस्त राजमार्ग के डूब जाने के बाद हजारों वाहन फंस गए थे।
कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने कहा, ‘‘पानी का स्तर घट गया है और शिरोली पुल का अब वाहनों की आवाजाही के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने एहतियात के तौर पर इस राजमार्ग के एक तरफ एक एक ही लेन को खोलने का फैसला किया है।’’
Maharashtra: Water level receding in flood-hit #Kolhapur. Flood-affected National Highway (NH) 4 has also been re-opened for heavy vehicles and SUVs at Kolhapur-Sangli Phata pic.twitter.com/Q4RRVEaWOU
— ANI (@ANI) August 12, 2019
कोल्हापुर जिला कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि वैसे तो अब भी पुल पर थोड़ा-बहुत पानी बह रहा है, लेकिन इसके घटने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा कि कोल्हापुर से बहने वाली कृष्णा नदी की बड़ी सहायक नदी पंचगंगा में जलस्तर रातभर में एक फुट घटा है लेकिन अब भी जलस्तर खतरे के स्तर 49 फुट पर है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पंचगंगा के तटबंधीय क्षेत्रों में बारिश रुक गयी है लेकिन बांधों से नदी में अब भी पानी बह रहा है। जलस्तर जब घट जाएगा तो कोल्हापुर में सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।’’ अधिकारियों के अनुसार सेना, वायुसेना, नौसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, तटरक्षक बल, राज्य आपदा मोचन बल, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों की करीब 105 टीम पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र में बचाव कार्य में जुटी हैं।
उनके मुताबिक 54 बचाव टीम कोल्हापुर में सक्रिय हैं जबकि 51 सांगली में कार्यरत हैं। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया था कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से अब तक करीब 4.48 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 4.04 लाख लोग कोल्हापुर और सांगली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाले गए हैं। उन्हें 372 अस्थायी शिविरों और आश्रयस्थलों पर पहुंचाया गया है।
सांगली और कोल्हापुर के मुसलमानों ने सोमवार को ईद उल अजहा बिल्कुल सादगी से मनाने और बाढ़ प्रभावितों को दान करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा था कि हर बाढ़ प्रभावित परिवार को पांच-पांच हजार रुपये नकद दिए जाएंगे और बाकी वित्तीय सहायता उनके बैंक खातों में पहुंचायी जाएगी।