महाराष्ट्र के औरंगाबाद में दिल दहला देने वाली रेल दुर्घटना हुई है। शुक्रवार (8 मई) सुबह औरंगाबाद जिले में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 14 प्रवासी मजदूरों को मालगाड़ी ने रौंद दिया। इस हादसे में चौदह मजदूरों के अलावा दो अन्य घायल हुए हैं। करमाड पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में सुबह सवा पांच बजे इस भीषण रेल हादसे के समय मजदूर पटरी पर सो रहे थे।
जानें कैसे हुआ औरंगाबाद रेल हादसा
मध्य महाराष्ट्र के जालना से भुसावल की ओर पैदल जा रहे मजदूर अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश लौट रहे थे। प्रवासी मजदूर रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे और थकान के कारण पटरियों पर ही सो गए थे। जालना से आ रही मालगाड़ी पटरियों पर सो रहे इन मजदूरों पर चढ़ गई।
पुलिस अधिकारी संतोष खेतमलास ने बताया, ‘‘जालना में एक इस्पात फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर गत रात पैदल ही अपने गृह राज्य की ओर निकल पड़े थे। वे करमाड तक आए और थककर पटरियों पर सो गए।’’ उन्होंने बताया कि इस हादसे में 14 मजूदरों की मौत हो गई जबकि दो अन्य घायल हो गए। इस समूह के साथ चल रहे तीन मजदूर जीवित बच गए क्योंकि वे रेल की पटरियों से कुछ दूरी पर सो रहे थे।
शिवराज सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन दुर्घटना में 14 प्रवासी मजदूरों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया और रेल मंत्री पीयूष गोयल से त्वरित जांच और उचित व्यवस्था की मांग की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से हरेक मृतक श्रमिक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी मजदूरों की मौत पर शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ट्रेन दुर्घटना में 14 प्रवासी मजदूरों की मौत पर शुक्रवार को दुख जताया। उन्होंने कहा कि हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल दुर्घटना में लोगों के मारे जाने से बहुत दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और वह स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं।’’