महाराष्ट्र बारिशः रहिए सावधान, 27, 28 और 29 सितंबर को भारी बारिश, सरकार ने परामर्श जारी कर सतर्क रहने की अपील की, जानें लाइव अपडेट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 27, 2025 14:18 IST2025-09-27T14:17:11+5:302025-09-27T14:18:16+5:30
Maharashtra Rains: अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण वासमत तालुका के चौंधी बहिरोबा और कलमनुरी के बिबथर और कोंढुर दिग्रस गांवों से संपर्क टूट गया है।

सांकेतिक फोटो
मुंबईः महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के कई हिस्सों में शनिवार को लगातार बारिश हुई जिससे ग्रामीण इलाकों से संपर्क टूट गया और पारंपरिक रूप से सूखे की चपेट में आने वाले क्षेत्रों की सड़कें एवं पुल जलमग्न हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सुबह आठ बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में बीड, लातूर, धाराशिव, नांदेड़, परभणी और हिंगोली जिलों के कई हिस्सों में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। एक अधिकारी ने बताया कि परभणी जिले के गंगाखेड़ में एक दिन में सबसे अधिक 143 मिमी बारिश हुई। अधिकारियों के अनुसार, हिंगोली जिले के कलमनुरी और वासमत तालुका में भारी बारिश हुई, जिससे तीन गांव जलमग्न हो गए। अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण वासमत तालुका के चौंधी बहिरोबा और कलमनुरी के बिबथर और कोंढुर दिग्रस गांवों से संपर्क टूट गया है।
लातूर की जिलाधिकारी वर्षा ठाकुर घुगे ने बताया कि रातभर हुई भारी बारिश के कारण जिले के निचले इलाके, सड़कें और पुल जलमग्न हो गए। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "एहतियाती उपाय के तौर पर हमने जलभराव वाले पुलों और सड़कों को बंद कर दिया है। मंजारा नदी अपनी क्षमता से ऊपर बह रही है अगर बारिश जारी रही तो नदी के किनारे स्थित कुछ खेतों में पानी घुस सकता है।’’
उन्होंने कहा कि बचाव दल पूरी तरह से तैयार हैं और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि धाराशिव में प्रशासन ने भारी बारिश के कारण सड़कें बंद कर दी हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को भूम और परांदा तालुका में बचाव और राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मौसम विभाग ने शनिवार के लिए नांदेड़, लातूर, बीड, हिंगोली, परभणी और धाराशिव जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मराठवाड़ा में 20 सितंबर से भारी बारिश और उफनती नदियों ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ के कारण कम से कम नौ लोगों की जान चली गई है और लाखों एकड़ फसलें नष्ट हो गई हैं। मराठवाड़ा क्षेत्र में छत्रपति संभाजीनगर, जालना, लातूर, परभणी, नांदेड़, हिंगोली, बीड और धाराशिव शामिल हैं।
महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में अगले तीन दिन तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने परामर्श जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की। राजस्व और वन विभाग ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 27 से 29 सितंबर के बीच मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और विदर्भ में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
कुछ जिलों के लिए ‘ऑरेंज’ और ‘रेड अलर्ट’ जारी किए गए हैं। इसके साथ ही राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र को एहतियाती और प्रारंभिक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। विज्ञप्ति के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण में 27 से 29 सितंबर के बीच कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है, जबकि 28 सितंबर को कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
विदर्भ में 27 सितंबर को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पहले से ही भारी बारिश झेल रहे मराठवाड़ा में 26 से 29 सितंबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि 27 और 28 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
सरकार ने जनता से आधिकारिक निर्देशों का पालन करने, खतरनाक क्षेत्रों से दूर रहने और बाढ़ संभावित क्षेत्रों की यात्रा से बचने की अपील की है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिजली कड़कने के दौरान पेड़ों के नीचे शरण न लें और बाढ़ से सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतें।
विज्ञप्ति के अनुसार, प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि बाढ़ की स्थिति में जरूरत पड़ने पर नजदीकी राहत शिविरों में आश्रय लें और बिना कारण यात्रा न करें। साथ ही लोगों को चेतावनी दी गई है कि वे जलभराव वाली सड़कों या पुलों को पार न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं व न ही उन पर भरोसा करें।