महाराष्ट्र की जेलों में चप्पे-चप्पे की होगी ड्रोन से निगरानी, कैदियों पर सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर, यूपी के बाद दूसरा बना राज्य
By अनिल शर्मा | Updated: April 20, 2023 10:20 IST2023-04-20T10:10:22+5:302023-04-20T10:20:54+5:30
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ रात के समय में निगरानी के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे जेल परिसर के भीतर क्या हो रहा है, इस संबंध में ‘रियल-टाइम’ जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।’’

महाराष्ट्र की जेलों में चप्पे-चप्पे की होगी ड्रोन से निगरानी, कैदियों पर सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर, यूपी के बाद दूसरा बना राज्य
मुंबईः महाराष्ट्र कारागार विभाग ने जेलों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने और जेलों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। यही नहीं, जेल के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी भी लगाए जाएंगे। सरकार ने कैदियों के लिए सीसीटीवी अप्रूव कर दिया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) अमिताभ गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र में पहले चरण में कुल 12 जेलों में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें आठ केंद्रीय कारागार, दो जिला कारागार और दो खुली जेल शामिल हैं। अमिताभ ने कहा कि इससे कैदियों की सुरक्षा बढ़ेगी। सरकार ने कैदियों के लिए सीसीटीवी भी अप्रूव किया है, जिससे जेल के चप्पे-चप्पे पर नज़र रखी जाएगी
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘ रात के समय में निगरानी के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे जेल परिसर के भीतर क्या हो रहा है, इस संबंध में ‘रियल-टाइम’ जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।’’
विज्ञप्ति के मुताबिक, जिन कारागारों में निगरानी के लिए ड्रोन का सहारा लिया जाएगा उनमें पुणे की यरवदा जेल के अलावा कोल्हापुर, नासिक, संभाजी नगर, तलोजा (नवी मुंबई), ठाणे, अमरावती, नागपुर, कल्याण और चंद्रपुर जेल शामिल हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार के आदेशों के तहत निगरानी के लिए ड्रोन के इस्तेमाल को प्राथमिकता दी गई है। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र जेल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने वाला देश का दूसरा राज्य होगा।