Maharashtra Politics: क्या महाराष्ट्र सरकार पर संकट के पीछे भाजपा का हाथ है?, नितिन गडकरी ने इस सवाल पर जानिए क्या दिया जवाब?
By अनिल शर्मा | Updated: June 25, 2022 15:00 IST2022-06-25T14:49:10+5:302022-06-25T15:00:26+5:30
एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी संकट पर बोलते हुए गडकरी ने कहा कि आज की समस्या में कल के जवाब छिपे हैं। जल्द ही सभी सवालों के जवाब दिए जाएंगे। बादल आएंगे और जाएंगे। अँधेरा मिटेगा और सूरज निकलेगा।

Maharashtra Politics: क्या महाराष्ट्र सरकार पर संकट के पीछे भाजपा का हाथ है?, नितिन गडकरी ने इस सवाल पर जानिए क्या दिया जवाब?
मुंबईः महाराष्ट्र में मौजूदा सियासी संकट पर बोलते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पर संकट जल्द ही खत्म हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर भाजपा और शिवसेना फिर से साथ आ जाते हैं तो उन्हें बहुत खुशी होगी।
एक टीवी कार्यक्रम में शिवसेना के बागी विधायकों की वजह से महाराष्ट्र में उपजे राजनीतिक संकट को लेकर गडकरी से कई सवाल पूछे गए। उनसे पूछा गया कि क्या इस बार इस संकट से पार पा लेंगे? इस पर जवाब देते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि देखते हैं आगे क्या होता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि महाराष्ट्र सरकार पर संकट जल्द ही खत्म हो जाएगा।
गडकरी ने कहा कि आज की समस्या में कल के जवाब छिपे हैं। जल्द ही सभी सवालों के जवाब दिए जाएंगे। बादल आएंगे और जाएंगे। अँधेरा मिटेगा और सूरज निकलेगा। इस पर नितिन गडकरी से सवाल किया गया कि क्या सीएम उद्धव ठाकरे पर छाए बादल हटेंगे? क्योंकि आपका और उनका रिश्ता बहुत करीबी माना जाता है?
इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'व्यक्तिगत संबंध राजनीतिक संबंधों से अलग होते हैं। फिर चाहे वे सरकार में हों या नहीं। रिश्ते भी हैं। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "वाजपेयी ने कहा था, सरकारें आती हैं और जाती हैं, पार्टियां बनती हैं और खत्म होती हैं, लेकिन देश वही है।" बकौल नितिन, हर कोई देश के लिए काम करना चाहता है। भारत महाशक्ति बनने के लिए काम करना चाहता है। चलते रहना है, ये कुदरत का नियम है।
क्या महाराष्ट्र सरकार पर संकट के पीछे बीजेपी है?
क्या महाराष्ट्र सरकार पर मौजूदा संकट के पीछे भाजपा का हाथ है? गडकरी ने कहा, 'मैं महाराष्ट्र की राजनीति पर आगे कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। हालांकि, मैं पक्के तौर पर कहूंगा कि अगर शिवसेना और बीजेपी फिर से साथ आती है तो मेरे जैसा व्यक्ति खुश होगा।