Maharashtra Political Crisis: इस शर्त के साथ महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है एकनाथ शिंदे कैंप, बागी विधायक ने बताया
By रुस्तम राणा | Updated: June 26, 2022 21:14 IST2022-06-26T21:14:17+5:302022-06-26T21:14:17+5:30
बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा, शिंदे खेमे के विधायक किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहली मान्यता एकनाथ शिंदे गुट को दी जानी चाहिए।

Maharashtra Political Crisis: इस शर्त के साथ महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है एकनाथ शिंदे कैंप, बागी विधायक ने बताया
गुवाहाटी: शिवसेना का बागी कैंप महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए कभी भी तैयार है। बागी विधायक दीपक केसरकर ने मीडिया एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया कि शिंदे खेमे के विधायक किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहली मान्यता एकनाथ शिंदे गुट को दी जानी चाहिए। बागी विधायक ने यह स्पष्ट कहा है कि वे एमवीए (महा विकास अघाड़ी) सरकार के साथ नहीं जाएंगे।
उन्होंने यह भी दावा किया है कि एक से दो विधायक और हमारे साथ आएंगे। उनके समर्थन और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ, हमारी ताकत बढ़कर 51 हो जाएगी। हम 3-4 दिनों में एक निर्णय पर पहुंचेंगे और उसके बाद, हम सीधे महाराष्ट्र वापस जाएंगे। आपको बता दें कि रविवार को ही शिवसेना के बागी कैंप में एक मंत्री चले गए। महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत सूरत से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए।
वहीं बागी विधायकों का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे लगातार ट्वीट के माध्यम से अपने पक्ष को मजबूती के सामने रख रहे हैं। रविवार को भी उन्होंने ट्विटर पर सीएम ठाकरे को निशाना बनाते हुए कहा, “सीएम उद्धव ठाकरे ने 2.5 साल में उन शिवसेना विधायकों के साथ बैठक नहीं की, जो 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके विपरीत, राज्य के डिप्टी सीएम ने 2019 के विधानसभा चुनाव हारने वाले एनसीपी उम्मीदवारों को धन दिया।”
२०१९ च्या विधानसभा निवडणुकीत पराभूत झालेल्या शिवसेना आमदारांची गेल्या अडीच वर्षात मुख्यमंत्री मा.ना.श्री.उद्धवजी ठाकरे साहेब यांनी कधी साधी बैठक तरी घेतली का..?
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 26, 2022
उलटपक्षी राष्ट्रवादीच्या पराभूत उमेदवारांना उपमुख्यमंत्री निधी देत होते, ताकद देत होते. pic.twitter.com/NeLOhTRy42