महाराष्ट्र: विधानसभा चुनाव से पहले NCP में फूट, मुंबई अध्यक्ष सचिन अहीर शिवसेना में हुए शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 25, 2019 11:59 AM2019-07-25T11:59:07+5:302019-07-25T12:45:16+5:30
चुनाव से पहले कांग्रेस-एनसीपी को लगातार बड़े झटके लग रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्हें महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी बनाया गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 से पहले शरद पवार की पार्टी एनसीपी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सीनियर लीडर और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष सचिन अहीर एनसीपी छोड़ शिवसेना में शामिल हो गए हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की मौजदूगी में पार्टी की सदस्यता ली।
47 वर्षीय सचिन अहीर वर्ली से विधायक रह चुके हैं। चुनाव से पहले कांग्रेस-एनसीपी को लगातार बड़े झटके लग रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्हें महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी बनाया गया है।
Maharashtra: Mumbai NCP president Sachin Ahir, joins Shiv Sena in the presence of party chief Uddhav Thackeray. pic.twitter.com/LWcP5SgUL5
— ANI (@ANI) July 25, 2019
राज्य में पूर्ववर्ती कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार में मंत्री अहीर शरद पवार नीत पार्टी के 1999 में गठन के बाद से उससे जुड़े हुए थे। उन्होंने 1999 से 2009 तक मुंबई में शिवड़ी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और उन्हें बाद में वर्ली से चुना गया।
वह 2014 में शिवसेना के सुनील शिंदे से विधानसभा चुनाव हार गए थे। अहीर से ‘पीटीआई भाषा’ से कहा कि उनके मन में राकांपा के लिए कोई दुर्भावना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए कुछ अपरिहार्य राजनीतिक फैसले लेने पड़े।’’
अहीर ने कहा कि कुछ दिन पहले वह एक सामाजिक समारोह में आदित्य ठाकरे से मिले थे, जिन्होंने उनसे कहा था कि शिवसेना को उनके जैसे नेताओं की आवश्यकता है जो ‘‘शहरी राजनीति से अच्छी तरह वाकिफ’’ हों।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में अधिकतर नगर निगमों में शिवसेना सत्ता में है। मैं शहरों के विकास के लिए एक मंत्री के तौर पर मिले अनुभव का प्रयोग कर सकता हूं, इसलिए मैंने सत्ता में रह कर विकास के लिए काम करने का निर्णय लिया।’’
अहीर ने कहा कि इस संबंध में जल्द फैसला लिया जाएगा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में वर्ली से खड़े होंगे या नहीं। राज्य में सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होने हैं।