Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: अगली पीढ़ी पर ध्यान नहीं, पीएम मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री पद चाहिए, ठाकरे ने कहा- बेरोजगारी और महंगाई से हर कोई प्रभावित...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 17, 2024 12:01 IST2024-05-17T11:56:41+5:302024-05-17T12:01:01+5:30
Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: ठाणे में मौजूदा सांसद और अपनी पार्टी के उम्मीदवार राजन विचारे के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे।

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Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार को बार-बार निशाना बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की और दावा किया कि वह अगली पीढ़ी के लिए रास्ता बनाने के बजाय दोबारा प्रधानमंत्री पद हासिल करने के लिए उत्सुक हैं। ठाकरे ठाणे में मौजूदा सांसद और अपनी पार्टी के उम्मीदवार राजन विचारे के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस मुकाबले को वफादारी और विश्वासघात के बीच संघर्ष बताया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने ठाणे लोकसभा क्षेत्र के लिए नरेश म्हस्के को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर 20 मई को पांचवें चरण में मतदान होना है। ठाणे में मुकाबला शिंदे के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है, क्योंकि वे क्षेत्र के प्रभावशाली नेता हैं।
उन्होंने 2022 में मूल शिवसेना से अलग होकर भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार बनायी। हालांकि, ठाकरे ने मुख्य रूप से मोदी और उनकी नीतियों पर निशाना साधा। उन्होंने मोदी पर अपनी बयानबाजी के जरिए विवाद पैदा करने का आरोप लगाया। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने उन पर और शरद पवार पर बार-बार निशाना साधने के लिए मोदी पर निशाना साधा।
अपने हालिया भाषणों में मोदी ने ठाकरे की पार्टी को "नकली सेना" कहा था और पवार को "भटकती आत्मा" बताया था। उन्होंने दावा किया कि मोदी अगली पीढ़ी के लिए मार्ग प्रशस्त करने के बजाय दोबारा प्रधानमंत्री पद पाने के लिए उत्सुक हैं। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनाव में लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई से हर कोई प्रभावित है और लोग भाजपा के पिछले दस साल के शासन से नाराज हैं।
भाजपा से नाता तोड़ने के बाद मुसलमानों का रुझान शिवसेना (यूबीटी) की ओर बढ़ने के बारे में पूछे गये एक सवाल पर ठाकरे ने कहा, ‘‘हमने अपनी हिंदुत्व विचारधारा को नहीं छोड़ा है, और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेंगे।’’ भाजपा उद्धव के कांग्रेस से हाथ मिलाने को लेकर उन पर हमलावर रही है। भाजपा उद्धव पर अपनी पार्टी की मूल हिंदुत्व विचारधारा को ‘छोड़ने’ का आरोप भी लगाती रही है।