महाराष्ट्र: फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा में वीडियोग्राफी करवाना चाहती है कांग्रेस, जानें क्यों
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 25, 2019 08:50 IST2019-11-25T08:50:44+5:302019-11-25T08:50:44+5:30
पीठ ने सोलीसीटर जनरल तुषार मेहता के आग्रह को खारिज कर दिया जिन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र को पेश करने के लिए दो दिनों का वक्त मांगा और उनसे कहा कि सोमवार सुबह साढ़े दस बजे पत्र पेश करें जब मामले पर फिर सुनवाई होगी।

महाराष्ट्र: फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा में वीडियोग्राफी करवाना चाहती है कांग्रेस, जानें क्यों
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार ने रविवार को निर्देश दिया कि वह राष्ट्रपति शासन हटाने की महाराष्ट्र के राज्यपाल की अनुशंसा और देवेन्द्र फड़नवीस को सरकार बनाने का निमंत्रण देने वाले पत्र सोमवार को पेश करे। पीठ ने सोलीसीटर जनरल तुषार मेहता के आग्रह को खारिज कर दिया जिन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पत्र को पेश करने के लिए दो दिनों का वक्त मांगा और उनसे कहा कि सोमवार सुबह साढ़े दस बजे पत्र पेश करें जब मामले पर फिर सुनवाई होगी।
इसी बीच कांग्रेस ने कहा कि वो फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा में वीडियोग्राफी करवाना चाहती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस ने कहा ऐसा वो इसलिए करवाना चाहती है क्योंकि ताकि पता चल जाए कि कितने विधायकों ने पाला बदला है। कितने विधायकों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। उन विधायकों के खिलाफ हम कार्रवाई कर सकेंगे।
वहीं, महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार की अगुवाई करने वाले देवेंद्र फड़नवीस ने सत्ता में बने रहने के लिए कवायद शुरू कर दी है। बीजेपी ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए 'ऑपरेशन कमल' लॉन्च कर दिया है। दरअसल, 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बीजेपी के पास कुल 105 सीटें हैं और बहुमत साबित करने के लिए उसे 40 और विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक फड़नवीस सरकार बचाने के लिए बीजेपी ने 4 दिग्गज नेताओं को ऑपरेशन कमल की जिम्मेदारी सौंपी है। इन चारों में नारायण राणे, राधाकृष्ण विखे पाटील, गणेश नाईक, बबन राव का नाम शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक नारायण राणे पिछले साल कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके अलावा ये शिवसेना में रह हैं। खास बात यह है कि जिन चारों नेताओं की कमल ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी है वो कभी इन तीनों पार्टियों का हिस्सा रहे हैं। 'ऑपरेशन कमल' के तहत ये चारों नेता महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार में विधायकों की संख्याबल बढ़ाने में मदद करेंगे।
एनसीपी ने विधायकों को देर रात मुंबई के दूसरे होटल में शिफ्ट किया, शिवसेना भी उठा सकती है ऐसा कदम
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार देर रात अपने विधायकों को उपनगरीय रिजॉर्ट से मुंबई के दूसरे होटल में स्थानांतरित कर दिया। विधायकों को बस से पवई के होटल रेनेसा से दूसरे होटल ले जाया गया। राकांपा नेता अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शनिवार रात से राकांपा विधायक होटल रेनेसा में थे। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि राकांपा के कितने विधायक होटल में हैं।