मुंबईः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य में कोरोना वायरस रोगियों के लिए वायु सेना के विमानों से ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद करनी चाहिए। महाराष्ट्र में 14 अप्रैल से 15 दिनों के लिए राज्यव्यापी कर्फ्यू, आवश्यक सेवाओं को छूट रहेगी।
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं जो कल शाम 8 बजे से लागू होंगे। कल से पूरे राज्य में धारा 144 लागू की जाएगी। मैं इसे लॉकडाउन नहीं कहूंगा।महाराष्ट्र में मेडिकल ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी, रेमडेसिविर की मांग बढ़ गयी है।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई एक बार फिर शुरू हो गयी है, मामलों में बढ़ोतरी की वजह से महाराष्ट्र के स्वास्थ्य ढांचे पर अत्यधिक बोझ है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार अगले एक महीने तक कोरोना वायरस के कारण लागू प्रतिबंधों के दौरान प्रत्येक जरूरतमंद और गरीब व्यक्ति को तीन किलोग्राम गेहूं और दो किलोग्राम चावल मुफ्त देगी।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को घोषणा की कि 14 अप्रैल से 15 दिनों का लंबा राज्यव्यापी कर्फ्यू लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि बुधवार की रात आठ बजे से कर्फ्यू शुरू होगा और आवश्यक सेवाओं को इससे छूट दी गई है।
ठाकरे ने कहा कि ‘‘लॉकडाउन की तरह’’ पाबंदियां लागू रहने तक आपराधिक दंड प्रक्रिया की धारा 144 (निषेधाज्ञा) लागू रहेगी। उन्होंने नई पाबंदियों को लॉकडाउन नहीं कहा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति और बिस्तरों की कमी है और रेमडेसिविर की मांग बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र को वायुसेना के विमानों का इस्तेमाल कर राज्य में कोरोना वायरस के रोगियों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में मदद करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध एक बार फिर शुरू हो गया है।’’
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होने से महाराष्ट्र के स्वास्थ्य ढांचे पर दबाव काफी बढ़ गया है। ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण जारी निषेधाज्ञा के कारण राज्य सरकार अगले एक महीने तक हर गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्ति को तीन किलोग्राम गेहूं और दो किलोग्राम चावल नि:शुल्क मुहैया कराएगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की घोषणा के पहले मुंबई में जल्दबाजी में खरीदारी के लिए निकले लोग
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की घोषणा के पहले वित्तीय राजधानी में मंगलवार शाम लोग अफरातफरी में घरों से जरूरी सामान खरीदने के लिए दुकानों में पहुंचने लगे। ठाकरे कोरोना वायरस के मामलों में तेज बढ़ोतरी का सामना कर रहे राज्य को रात साढ़े आठ बजे संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा डिजिटल तरीके से ठाकरे के संबोधन की सूचना दिए जाने के बाद शाम साढे पांच बजे से लोग सब्जियां और जरूरी सामान खरीदने के लिए दुकानों की तरफ भागे।
पिछले एक पखवाड़े से महाराष्ट्र में रोज संक्रमण के मामले में तेज बढ़ोतरी हो रही है। मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों के अलावा औरंगाबाद जैसे जिलों में भी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। राज्य में इस महीने की शुरुआत में रात्रि और सप्ताहांत कर्फ्यू सहित सीमित पाबंदी लगायी गयी थी। ठाणे में खरीदारी करने दुकान पर पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के समय के बारे में कुछ पता नहीं है, यह भी नहीं पता है कि कितनी सख्त पाबंदी लगायी जाएगी। इसलिए जरूरी सामान खरीद लेना ठीक रहेगा।’’
हालांकि, एक दुकानदार ने कहा कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद जिस तरह लोग जल्दबाजी में जरूरी सामान खरीदने दुकानों के लिए निकले थे उस तरह की स्थिति इस बार नहीं है। एक और खरीदार ने कहा कि लॉकडाउन नहीं भी लगाया गया तो कड़ी पाबंदी तो लागू की ही जाएगी इसलिए 10 दिनों का सामान खरीद कर रख लेना ठीक रहेगा। खरीदारी के लिए लोगों के घरों से निकलने के कारण वाहनों की आवाजाही भी बढ़ गयी। सड़कों पर भी पुलिस की मौजूदगी बढ़ गयी है।