महाराष्ट्र: CM पद के लिए बीजेपी-शिवसेना में खींचतान जारी, 2 निर्दलीय विधायकों ने दिया देवेंद्र फड़नवीस को समर्थन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 29, 2019 11:13 IST2019-10-29T11:13:26+5:302019-10-29T11:13:26+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, जिनमें बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने 105 सीटों पर जीत हासिल की है.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। मंगलवार को 2 निर्दलीय विधायकों विनोद अग्रवाल और महेश बाल्दी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के साथ मुलाकात करके बीजेपी को अपना समर्थन दिया।
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, जब संजय राउत से पूछा गया कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के बावजूद सरकार बनाने में समय क्यों लग रहा है तो उन्होंने कहा कि यहां (महाराष्ट्र) में कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हैं। यहां हम हैं जो 'धर्म और सत्य' की राजनीति करते हैं, शरद जी जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।
Maharashtra: Two independent MLAs, Vinod Agrawal and Mahesh Baldi extend their support to Devendra Fadnavis & BJP. pic.twitter.com/kZTym4RaUO
— ANI (@ANI) October 29, 2019
एनसीपी समर्थित निर्दलीय विधायक ने दिया शिवसेना को समर्थन
महाराष्ट्र में एनसीपी समर्थित निर्दलीय विधायक शंकरराव गडख ने सोमवार को शिवसेना को समर्थन देने की घोषणा की। शिवसेना महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन के लिए भाजपा के साथ सत्ता में बराबर भागीदारी की मांग पर अड़ी है। अहमदनगर जिले के नेवासा से विधायक गडख ने यहां शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की। गडख के पिता राकांपा के नेता थे।
राज्यपाल से मिले फड़नवीस
इससे पहले महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर जारी उठापठक के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेना के वरिष्ठ नेता दिवाकर राउते ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से अलग-अलग मुलाकात करते हुए राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों से अवगत कराया।
शिवसेना की सीएम पद को लेकर 50: 50 फॉर्मूले की मांग की वजह से इन दोनों साझेदारों ने अब तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, जिनमें बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं।
सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला नहीं: फड़नवीस
राज्यपाल से मुलाकात के बाद फड़नवीस ने ट्वीट किया कि उन्होंने राज्यपाल को वर्तमान स्थिति से अवगत कर दिया है। फड़नवीस ने लिखा, 'उन्हें (राज्यपाल) वर्तमान स्थिति से अवगत करा दिया है। सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला करना अभी बाकी है। हालांकि मैं अल्पमत की सरकार भी अच्छे से चला सकता हूं, लेकिन इससे गर्वनेंस प्रभावित होगा। अभी के लिए देखो और इंतजार करो की नीति।'
शिवसेना 50: 50 फॉर्मूले की मांग पर अड़ी
वहीं शिवसेना नेता राउते ने राज्यपाल के साथ अपनी मुलाकात को 'दिवाली शिष्टाचार' मुलाकात बताते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा नहीं की।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब राउते ने कहा, 'शिवसेना 50: 50 फॉर्मले से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेगी-जिसमें मुख्यमंत्री पद का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल शामिल है। हमें बीजेपी से सबकुछ लिखित में चाहिए।'
वहीं बीजेपी शिवसेना को उमुख्यमंत्री और राजस्व समेत कई महत्वपूर्ण मंत्रालय देना चाहती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के छह दिन बाद भी बीजेपी और शिवसेना सीएम पद को लेकर एकदूसरे के आमने-सामने हैं और अब तक नई सरकार के गठन पर कोई फैसला नहीं हुआ है।