MP Taza Khabar: कांग्रेस का दावा- ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जाने वाले और कुछ बीजेपी विधायक हमारे संपर्क में, विधानसभा में करेंगे बहुमत सिद्ध
By रामदीप मिश्रा | Published: March 11, 2020 10:11 AM2020-03-11T10:11:35+5:302020-03-11T10:39:40+5:30
MP Taza Khabar: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा कर कहा कि कोई चिंता की बात नहीं है। उनके पास बहुमत है। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों को कैद किया गया है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में दिखाई दे रही है। इस बीच कांग्रेस ने दावा किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जाने वाले विधायक उनके संपर्क में हैं। साथ ही साथ चारों निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस के साथ हैं। और तो और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ विधायक भी उनके टच में हैं। ऐसे में वह अपना बहुमत विधानसभा में साबित कर देगी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने बुधवार (11 मार्च) को कहा, 'हमारे पास गिनती है, जो हम विधानसभा के पटल पर साबित कर देंगे, नंबर की कोई कमी नहीं है। बेंगलुरु वाले विधायक हमारे साथ हैं, वो कांग्रेस के साथ हैं। विधानसभा में हम अपना बहुमत सिद्ध करेंगे। भाजपा के विधायक भी हमारे टच में हैं।'
उन्होंने कहा, 'कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं। विधायक सभी हमारे साथ हैं जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वकांक्षा के चलते उन सबके भविष्य दांव पर हैं।'
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा कर कहा कि कोई चिंता की बात नहीं है। उनके पास बहुमत है। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों को कैद किया गया है। दरअसल, बीते दिन मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में केवल 88 विधायक पहुंचे थे और 26 विधायक अता-पता नहीं चला। इन 26 विधायकों में से 22 विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 बीजेपी, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है।