ग्वालियर: भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य का मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक अलग अंदाज देखने को मिला जो पहले कभी नहीं देखा गया।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने गुरुवार को प्रोटोकॉल तोड़ते हुए एक आम से रेस्तरां का दौरा कर सभी को हैरान कर दिया और तो और रेस्तरां में जाकर सिंधिया ने लोगों से बात भी की।
एक घटना की तस्वीरे अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेस्तरां में खाना खाएं लोगों से मुलाकात की उनसे बात कर समस्याओं को जाना।
इस मौके पर वह निश्चित होकर लोगों से बात करते नजर आ रहे हैं। राज परिवार से ताल्लुख रखने वाले भाजपा के मंत्री का ये अंदाज अब हर जगह तारीफे भी बटौर रहा है।
हालांकि, एक ओर जहां उनकी तारीफ हो रही है वहीं, उनके इस कृत्य को नकल बताया गया है। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने रेस्तरां दौरे की वीडियो खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की।
इस पर कई लोगों के कमेंट्स भी आए जिनमें से एक कमेंट पर यूजर ने लिखा, "राहुल गांधी से सीख रहें हैं अच्छा!" इस कमेंट पर खुद भाजपा नेता ने बिना देर किए जवाब भी दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'दरअसल, अनसीखना।'
उनके इस जवाब से साफ है कि उन्हें राहुल गांधी के साथ अपनी तुलना पसंद नहीं आई। एक तरफ जहां राहुल गांधी को हाल के दिनों में कई बार आम लोगों से मिलते हुए देखा गया है।
जहां कांग्रेस नेता बिना किसी सुरक्षा से बेबाकी के साथ आम लोगों के साथ बैठते, उनसे बातें करते नजर आए हैं। राहुल गांधी का ये अंदाज भारत जोड़ों यात्रा से लोगों को दिखाई दे रहा है। ऐसे में अब भाजपा के नेता द्वारा ऐसा किए जाने पर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
गौरतलब है कि रेस्तरां का दौरा करने का अपना एक वीडियो ट्वीट करते हुए, ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक बुजुर्ग महिला का अभिवादन करते और ज्योतिरादित्य सिंधिया जिंदाबाद के नारों के बीच उनका आशीर्वाद लेते देखा गया।
उन्होंने कहा कि स्वादिष्ट भोजन खाने के साथ-साथ, रसोइयों से मिलना भी महत्वपूर्ण है। आज, मेरी यात्रा के दौरान ग्वालियर में, मैंने एक रेस्तरां के युवा कर्मचारियों से मुलाकात की और भोजन और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की।
मालूम हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले कांग्रेस का हिस्सा थे, इससे पहले उन्होंने और उनके प्रति वफादार विधायकों ने बगावत कर दी थी। विद्रोह के परिणामस्वरूप मार्च 2020 में मध्य प्रदेश में कमल नाथ के नेतृत्व वाली सरकार का पतन हो गया।