मध्य प्रदेशः पूर्व सीएम कमलनाथ ने दिया इस्तीफा, गोविंद सिंह होंगे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, जानें पूरा मामला
By सतीश कुमार सिंह | Updated: April 28, 2022 17:15 IST2022-04-28T16:37:55+5:302022-04-28T17:15:43+5:30
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा नीत सरकार को केंद्र की बातों पर ध्यान देना चाहिए और राज्य के लोगों को राहत देने के लिए ईंधन पर वैट में कटौती करनी चाहिए।

कमलनाथ विपक्ष के नेता के साथ-साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
भोपालः मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है। कांग्रेस ने डॉ गोविंद सिंह को नया नेता चुना है। कमलनाथ विपक्ष के नेता के साथ-साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 में है।
Congress' Dr Govind Singh will be the Leader of Congress Legislature Party Madhya Pradesh, after party leader Kamal Nath tendered his resignation from the post: Congress
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 28, 2022
सोनिया गांधी ने गोविंद सिंह को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता नियुक्त किया है। गोविंद सिंह भिंड जिले के लहार से विधानसभा सदस्य हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी की ‘एक व्यक्ति, एक पद’ की नीति के अनुरूप सीएलपी के नेता पद से इस्तीफा दिया है।
मध्य प्रदेश में 2003 से सत्ता से बाहर रही कांग्रेस ने 2018 में सरकार बनाई थी और कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि, 15 महीने बाद तत्कालीन पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के विद्रोह के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार गिर गई। सिंधिया ने छह मंत्रियों सहित अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए और राज्य में फिर से भाजपा सरकार की वापसी का मार्ग प्रशस्त किया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 2023 के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के आधिकारिक आवास पर एकत्र हुए थे। सूत्रों ने बताया कि नाथ के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी और अरुण यादव तथा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह रात्रिभोज में मौजूद थे।