मध्य प्रदेश: उपचुनाव से पहले सक्रिय हुआ जयस, मुख्यमंत्री से की मुलाकात
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 4, 2019 08:44 PM2019-09-04T20:44:48+5:302019-09-04T20:44:48+5:30
जय आदिवासी युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मंगलवार की रात मुलाकात की और 8 सितंबर को होने वाली महापंचायत में शामिल होने का निमत्रण दिया. साथ ही मीडिया में संकेत दिए के महापंचायत के बाद हम उपचुनाव का फैसला करेंगे.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए आदिवासी वर्ग परेशानी का कारण बनता जा रहा है. एक ओर आदिवासी वर्ग के वन मंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के जरिए सीधे तौर पर कमलनाथ सरकार पर हमला बोला है. वहीं, जय आदिवासी युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा भी अपने संगठन को लेकर सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मंगलवार की रात मुलाकात की और 8 सितंबर को होने वाली महापंचायत में शामिल होने का निमत्रण दिया. साथ ही मीडिया में संकेत दिए के महापंचायत के बाद हम उपचुनाव का फैसला करेंगे.
जयस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने दो दिन पहले 8 सितंबर को आयोजित की जाने वाली महापंचायत को जिला प्रशासन द्वारा परमिशन न दिए जाने का लेकर नाराजगी जताई थी. इसके बाद मामला सुलझ गया, लेकिन मंगलवार की रात को ही जयस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की और उन्हें महापंचायत में शामिल होने का निमंत्रण दिया. इस दौरान जयस ने मुख्यमंत्री को 15 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा. जिस पर मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वस्त किया.
मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद डॉ. हीरालाल अलावा ने कहा कि 8 सितंबर को झाबुआ में जयस की महापंचायत बुलाई गई है. इस पंचायत में झाबुआ चुनाव को लेकर फैसला लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने आदिवासियों की समस्याओं का समाधान किया तो जयस कांग्रेस को समर्थन देगा. मांगें पूरी नहीं हुईं तो संगठन उपचुनाव में अपना उम्मीदवार उतारेगा.
उल्लेखनीय है कि झाबुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले है, ऐसे में सरकार किसी को भी नाराज नहीं करना चाहती है. इसी के चलते मांगे मानने को तैयार हो गई है. चुंकी पहले ही आपसी फूट के चलते झाबुआ सीट हाथ से निकल गई थी. ऐसे में कांग्रेस पिछली गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहती है.