मध्यप्रदेश: इंदौर में पहली बार देहदानी को मिला राजकीय गार्ड ऑफ़ ऑनर
By मुकेश मिश्रा | Updated: August 22, 2025 15:32 IST2025-08-22T15:31:54+5:302025-08-22T15:32:00+5:30
इसी क्रम में इंदौर नगर में पहली बार यह सम्मान 269, जवाहर मार्ग निवासी अशोक वर्मा को उनकी अंतिम यात्रा के अवसर पर प्रदान किया गया।

मध्यप्रदेश: इंदौर में पहली बार देहदानी को मिला राजकीय गार्ड ऑफ़ ऑनर
इंदौर: मध्यप्रदेश शासन द्वारा हाल ही में जारी आदेश के तहत प्रदेश में प्रत्येक देहदान पर राजकीय गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किए जाने की परंपरा शुरू की गई है। इसी क्रम में इंदौर नगर में पहली बार यह सम्मान 269, जवाहर मार्ग निवासी अशोक वर्मा को उनकी अंतिम यात्रा के अवसर पर प्रदान किया गया।
श्री वर्मा का कल रात निधन हो गया था। देहदान, नेत्रदान और त्वचादान का संकल्प उन्होंने वर्ष 2011 में ‘महर्षि दधीचि देहदान अंगदान समिति’ के माध्यम से लिया था। तकनीकी कारणों से नेत्रदान और त्वचादान संभव नहीं हो सका, किंतु परिजनों ने उनका पार्थिव शरीर आज सुबह अंतिम यात्रा के उपरांत अरविंदो मेडिकल कॉलेज को अर्पित किया। इस अवसर पर प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देकर उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया।
स्वभाव से सरल और मृदुभाषी अशोक वर्मा देहदान और अंगदान के प्रबल प्रेरक रहे। राजवाड़ा स्थित अपनी दवा-दुकान पर समिति का बड़ा पोस्टर लगाकर उन्होंने अनेक नागरिकों को प्रेरित किया और संकल्प पत्र भरवाए। उन्होंने अपने युवा पुत्र के असामयिक निधन के समय भी देहदान किया था। प्रगतिशील सोच का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बहू का विवाह बेटी के रूप में पुनः संपन्न कर समाज में मर्यादा और धैर्य का अद्वितीय संदेश दिया था।
इस अवसर पर महर्षि दधीचि देहदान अंगदान समिति की ओर से संस्थापक नंदकिशोर व्यास ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। परिजन एवं समाजजन ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की इस ऐतिहासिक पहल के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय समाज में देहदान-अंगदान की प्रेरणा को और गहरा करेगा।