MP चुनाव: भाजपा ने दिया झटका, कांग्रेस के कद्दावर दलित नेता प्रेमचन्द गुड्डू बीजेपी में होंगे शामिल
By मुकेश मिश्रा | Published: November 3, 2018 07:54 AM2018-11-03T07:54:56+5:302018-11-03T07:54:56+5:30
मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव 2018: मालवा निमाड के कांग्रेस के कद्दावर दलित नेता प्रेमचन्द गुड्डू और उनके बेटे अजित बौरासी भाजपा में शामिल होने जा रहे है। गुड्डू उज्जैन से सांसद रह चुके है। वही सांवेर और आलोट से विधायक भी रह चूके है।
कांग्रेस-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच चल रहे शह और मात के खेल में आज भाजपा ने कांग्रेस को करार झटका दिया है। मालवा निमाड के कांग्रेस के कद्दावर दलित नेता प्रेमचन्द गुड्डू और उनके बेटे अजित बौरासी भाजपा में शामिल होने जा रहे है। गुड्डू उज्जैन से सांसद रह चुके है। वही सांवेर और आलोट से विधायक भी रह चूके है। गुड्डू के भाजपा में शामिल होने से दलित सीटों में बडा ध्रुवीकरण हो सकता है।
गड्डू की गिनती कुशल रणनीतिक और अच्छे संगठको में होती है। वे विपरित परिस्थितियों को अपने पक्ष में करने में माहिर राजनीतिज्ञ है। उन्हें कांग्रेस की दूसरी पंक्ति में ऐसा नेता माना जाता है जिसका अपना प्रभाव समर्थक और वोट बैंक तीन सांसदीय क्षेत्रों इन्दौर, उज्जैन तथा रतलाम में है।
कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष और ज्योतिरादित्य सिन्धिया के चुनाव प्रभारी बनने के बाद से गुड्डू लगातार कांग्रेस में हाशिये पर थें। बाबा रामदेव को लेकर कमलनाथ उनसे पहले से नाराज थे। यूपीए सरकार के समय केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने बाबा को छिन्दवाडा बुलवाया था तो गुड्डु ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था कि भाजपा के समर्थक बाबा को क्यों मंच और मौका दे रहें है। जबकि सिन्धिया शुरु से ही उन्हें नापसंद करते है। वे उन गिने चुने नेताओं में से है जिन्होने कभी सिन्धिया को महाराज नहीं कहा। इन दोनों के हाथ में पार्टी की कमान आने के बाद से वे लगातार कसमसा रहे थे।
समीक्षकों का मानना है कि गुड्डु का इस्तेमाल पार्टी इन्दौर,देवास,रतलाम और उज्जैन जिले के विधानसभा सीटों में कर सकती है। इन्दौर की सांवेर सीट से सिन्धिया के खासमखास तुलसीराम सिलावट का चुनाव लडना तय है। ऐसे में भाजपा गुड्डु के सम्बन्धों का फायदा उठाकर एक तीर से दो निशाना करेगी। एक तरफ सांवेर सीट भाजपा अपने खाते में रख सकेगी तो दूसरी तरफ सिन्धिया के खासमखास कसिलावट को मात देकर उनका आभामंडल खत्म करेगी। वही लोकसभा चुनाव में भाजपा उन्हें उज्जैन या फिर देवास संसदीय सीट से चुनाव में उतर सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि गुड्डू के रुप में भाजपा ने एक सशक्त दलित नेता मिल गया है। दूसरी ओर भाजपा के अन्दर भी गुड्डू के आने से हलचल मची हुई है।