मध्य प्रदेश के देवास से आई शर्मसार करने वाली तस्वीर, कचरा वाहन में ढोया शव, वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई
By नितिन गुप्ता | Updated: May 23, 2021 14:35 IST2021-05-23T14:29:49+5:302021-05-23T14:35:51+5:30
मध्य प्रदेश के देवास के सोनकच्छ में नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा एक अज्ञात शव को कचरा उठाने वाली गाड़ी में अंत्येष्टि के लिए ले जाने का मामला सामने आया है।

मध्य प्रदेश के देवास में कचरा वाहन में शव ले जाने का मामला आया सामने (फोटो- वीडियो ग्रैब)
देवास: मध्य प्रदेश के देवास जिले के सोनकच्छ नगर में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। सोनकच्छ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक अज्ञात शव को कचरा फेंकने वाली ट्रॉली में डालकर अंत्येष्टि के लिए ले जाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में एक व्यक्ति के शव को अमानवीय तरीके से कचरा वाहन में फेककर ले जाते हुए कर्मचारियों की तस्वीरें सामने आई हैं। इस मामले में अब जमकर राजनीति भी हो रही हैं। क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इस मामले में ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है।
उन्होंने लिखा कि विधायक निधि से 85 लाख रुपये देने के बाद भी सरकार सोनकच्छ में मरीजो के लिए दवाई, ऑक्सीजन भी उपलब्ध नही करवा पाई और अब शव भी कचरा वाहन से ढोये जा रहे हैं।
इसके पहले भी एक कोरोना मरीज के शव को सोनकच्छ नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्रॉली से ले जाने का मामला सामने आया था, लेकिन उस समय हंगामा होने पर तहसीलदार की गाड़ी से शव को मुक्तिधाम ले जाया गया था।
दरअसल शुक्रवार को सोनकच्छ के समीपस्थ गांव रोलुपिपलिया में फांसी लगाकर 21 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली थी। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को शव को दफनाया जाना था। शव के स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जाने के लिए नगर परिषद की कचरा उठाने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली का उपयोग किया गया।
कर्मचारियों के पास भी सुरक्षा किट मौजूद नहीं
नगर परिषद के कर्मचारियों के पास भी सुरक्षा किट भी नहीं थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर में सभी राजनीतिक दल के नेताओं की भी कमी नहीं है, समाजसेवियों की भी लंबी लिस्ट है, लेकिन कोई भी नगर में एक स्थाई रूप से शव वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं करा सका।
दूसरी ओर इस मामले में सोनकच्छ नगर परिषद के सीएमओ रवि भट्ट का कहना है कि हमने 18 अप्रेल से अब तक 67 शवो का अंतिम संस्कार किया है, किन्तु स्वास्थ्य प्रभारी की गलती से लावारिस शव को पहुंचाने के लिए कचरा वाहन भेज दिया गया है।
रवि भट्ट ने बताया कि इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित दरोगा और कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं और प्रभारी को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए हैं। आगे से ऐसी घटना न हो, इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
