MP Taza Khabar: कांग्रेस अपने विधायकों को टूटने से बचाने में लगी, विशेष विमान से भेज रही है जयपुर
By रामदीप मिश्रा | Published: March 11, 2020 12:05 PM2020-03-11T12:05:53+5:302020-03-11T12:05:53+5:30
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला है। इसके मद्देजनर कांग्रेस अपने विधायकों को कांग्रेस शासित राजस्थान के जयपुर शहर में ला रही है।
मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठा पटक के बीच कांग्रेस विधायक बुधवार दोपहर जयपुर पहुंचेंगे। इन विधायकों को विशेष विमान से जयपुर ले जाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी के 80 से अधिक विधायक जयपुर जा रहे हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के (बीजेपी) विधायक मंगलवार देर रात दिल्ली पहुंचे। पांच बसों में भरकर विधायक दिल्ली लाए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला है। इसके मद्देजनर कांग्रेस अपने विधायकों को कांग्रेस शासित राजस्थान के जयपुर शहर में ला रही है। उन्हें यहां शहर के बाहर एक रिजोर्ट में ठहराया जाना है। वहीं, विधायक गुरुग्राम के आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहरे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी विधायकों के साथ पहुंचे हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा कि हम यहां छुट्टियां मनाने आए हैं और त्योहार के मूड में हैं। हम दिल्ली में ठहरेंगे।
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में बताई जा रही है। हालांकि कांग्रेस दावा कर रही है कि वह विधानसभा में अपना बहुमत हासिल करेगी। साथ ही साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद कह रहे हैं कि कोई चिंता की बात नहीं है। उनके पास बहुमत है। उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि हमारे विधायकों को कैद किया गया है।
Madhya Pradesh: Congress MLAs leave for Bhopal airport. They will be flying to Jaipur shortly. pic.twitter.com/jXBfbGYDPO
— ANI (@ANI) March 11, 2020
दरअसल, बीते दिन मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में केवल 88 विधायक पहुंचे थे और 26 विधायक अता-पता नहीं चला। इन 26 विधायकों में से 22 विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 बीजेपी, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है।