मध्य प्रदेश: सीएम कमलनाथ ने कहा- होर्डिंग पर मेरा फोटो भी लगा हो तो हटाने में न करें संकोच
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 7, 2019 07:13 IST2019-11-07T07:13:04+5:302019-11-07T07:13:04+5:30
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर अधिकारियों से कहा है कि बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानो पर लगे होर्डिंग, पोस्टर और बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए स्पष्ट रूप से निर्देश दिये है कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाए. उन्होंने कहा कि होर्डिंग पर यदि मेरे भी फोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में जरा भी संकोच ना बरता जाए.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ। (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर अवैध तरीके से लगाने जाने वाले होर्डिंग पर कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. उन्होंने कहा कि बगैर अनुमति के जो भी होर्डिंग लगाए गए हैं, उन्हें तुरंत हटाया जाए. अगर उन पर मेरे फोटो भी लगे हों तो उसे भी तुरंत हटा दिया जाए.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर अधिकारियों से कहा है कि बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानो पर लगे होर्डिंग, पोस्टर और बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए स्पष्ट रूप से निर्देश दिये है कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाए. उन्होंने कहा कि होर्डिंग पर यदि मेरे भी फोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में जरा भी संकोच ना बरता जाए. मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि प्रदेश की सुंदरता पर इन अवैध होर्डिंग, पोस्टर और बैनर के कारण दाग लग रहा था, इनसे आये दिन हादसे व दुर्घटनाएं भी घटित हो रही थी, इन सब को दृष्टिगत रखते हुए मैंने यह सख़्त कदम उठाया है. ऐसा कोई सार्वजनिक स्थल नहीं था, जहां पर ये अवैध होर्डिंग नजर ना आते हो.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि यातायात संकेतको, महापुरुषों की प्रतिमाओं, रोटरीयों, बिजली के खंबों, भवनों हर सार्वजनिक स्थलों पर लगे यह होर्डिंग शहरों की सुंदरता पर दाग होकर दुर्घटनाओं को न्यौता देते दिखाई देते है. हो सकता है कि यह निर्णय कुछ लोगों को ठीक ना लगे, लेकिन मेरे लिए प्रचार-प्रसार से ज्यादा प्रदेश की सुंदरता, नागरिकों की सुरक्षा है. इस निर्णय के पालन में कोई कोताही नहीं बरती जाने के मेरे द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए है.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं से व अन्य राजनीतिक दलो के प्रमुखजनों से, जनप्रतिनिधियों से, सामाजिक संस्थाओ, सामाजिक कार्यकर्ताओं, मीडिया से भी अपील करता हूं कि इस निर्णय के पालन में अपनी तरफ से हमें सहयोग करे. उन्होंने कहा कि प्रदेश हित में यह एक क्रांतिकारी फैसला है और हमारे लिए प्रदेश हित व जनहित सर्वोच्च प्राथमिकता है.
इसलिए दिए मुख्यमंत्री ने सख्त आदेश
इंदौर में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन के अवसर पर होर्डिंग, बैनर आदि हटाने के दौरान कुछ लोगों द्वारा इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ मारपीट की गई थी. इस मामले में मंत्री पुत्र और उनके समर्थकों के नाम सामने आए थे और एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसे लेकर भाजपा ने सरकार पर सीधा हमला बोला था.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा था कि इसे कहते हैं कानून की धज्जियां उड़ाना. जब मंत्री और उसके समर्थक ही काूनन और व्यवस्था का सम्मान नहीं करें, बेलगाम हों तो किसी और से क्या उम्मीद की जाए. बेशर्म सरकार के बददिमाग मंत्री और उनके समर्थक, क्या मेरे प्रदेश को अराजकता के अंधकार में झोंककर ही दम लेंगे.