Video: इंदौर में प्रशासन ने बेसहारा बुजुर्गों को अमानवीय तरीके से शहर के बाहर छोड़ा, उपायुक्त निलंबित
By अनुराग आनंद | Published: January 30, 2021 08:08 AM2021-01-30T08:08:58+5:302021-01-30T08:18:12+5:30
इंदौर में अतिक्रमण निरोधक दस्ते के ट्रक के जरिये बेसहारा बुजुर्गों को नजदीकी क्षिप्रा गांव के पास सड़क किनारे अमानवीय तरह से छोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। इसके बाद लोगों ने इस वीडियो की जमकर आलोचना की।
इंदौर/ भोपाल: बेघर और बेसहारा बुजुर्गों को अमानवीय तरीके से जबरन ट्रक में बैठाकर इंदौर से बाहर छोड़े जाने के वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन्दौर नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी को निलंबित कर दिया।
शुक्रवार की शाम को मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई के पहले अधिकारियों ने नगर निगम के दो मस्टरकर्मियों को बर्खास्त कर दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ सोलंकी को निलंबन के दौरान शहरी विकास निदेशालय, भोपाल में अटैच किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इन्दौर कलेक्टर को बुजुर्गों की समुचित देखभाल करने का निर्देश दिया है।’’
वीडियो में नजर आ रहा है कि नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते के ट्रक के जरिये बेसहारा बुजुर्गों को नजदीकी क्षिप्रा गांव के पास सड़क किनारे छोड़ा जा रहा है। लेकिन कुछ जागरूक ग्रामीण इस अमानवीय घटना पर एतराज जता रहे हैं और इसे मोबाइल कैमरे में कैद कर रहे हैं।
Videos of Indore Municipal Corporation (IMC) team dumping aged
— Anuraag Singh (@anuraag_niebpl) January 29, 2021
destitutes on India's cleanest city Indore's outskirts, but later lugging them back on truck after opposition by villagers in Kshipra area have gone viral. 2 IMC staff sacked. @NewIndianXpress@TheMornStandardpic.twitter.com/CiKNKSjrDC
नगर निगम कर्मचारियों के असंवेदनशील रवैये की तीखी आलोचना
इससे घबराए नगर निगम कर्मचारी बुजुर्गों को दोबारा ट्रक में बैठाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इनमें से कुछ बुजुर्ग तो अधिक उम्र के चलते अपने बूते चलने-फिरने से भी लाचार हैं और वे हताश होकर सड़क के किनारे बैठे नजर आते हैं।
इनमें कुछ दिव्यांग भी शामिल हैं। बेसहारा लोगों के सामान की पोटलियां सड़क किनारे यहां-वहां बिखरी नजर आती हैं। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने बेसहारा बुजुर्गों को लेकर नगर निगम कर्मचारियों के असंवेदनशील रवैये की तीखी आलोचना की है।
फुटपाथ पर रहने वाले बेसहारा लोगों को रैन बसेरों में छोड़ने के निर्देश
वायरल वीडियो से बवाल मचने के बाद नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त अभय राजनगांवकर ने संवाददाताओं से कहा कि चूंकि इन दिनों शहर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लिहाजा फुटपाथ पर रहने वाले बेसहारा लोगों को रैन बसेरों में छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया, "हम जांच कर रहे हैं कि बेसहारा बुजुर्गों को रैन बसेरे के बजाय शहर से बाहर क्यों ले जाया गया? इस मामले में पहली नजर में गड़बड़ नजर आने पर हमने मौके पर मौजूद दो मस्टरकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।" अतिरिक्त आयुक्त ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
(एजेंसी इनपुट)