'मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई...माफी मांगता हूं', दिल्ली में कांग्रेस छोड़ 'आप' में शामिल हुए बागियों की घरवापसी, जारी किया वीडियो
By विनीत कुमार | Published: December 11, 2022 10:04 AM2022-12-11T10:04:30+5:302022-12-11T10:28:02+5:30
दिल्ली में कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए बागियों ने कुछ घंटे बाद ही फिर कांग्रेस के साथ बने रहने की प्रतिबद्धता जता दी।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटे बाद दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष अली मेहदी ने वीडियो जारी कर स्पष्ट किया वह कांग्रेस के साथ रहेंगे। उन्होंने वीडियो में अपने कदम के लिए कांग्रेस और राहुल गांधी से माफी मांगते हुए कहा कि वह पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं। मेहदी ने साथ ही कहा कि उन्हें कोई पद नहीं चाहिए और वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगे।
सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए मेहदी ने कहा कि उन्होंने आप में शामिल होकर गलती की। मेहदी ने वीडियो में कहा, ‘मैंने बड़ी गलती की। मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं और हाथ जोड़कर राहुल गांधी से माफी मांगता हूं।’
मैं राहुल गांधी जी का कार्यकर्ता हू 🙏 pic.twitter.com/sA9LPuk0kn
— Ali Mehdi🇮🇳 (@alimehdi_inc) December 9, 2022
मेहदी सहित दो नवनिर्वाचित पार्षद-सबीला बेगम और नाजिया खातून शुक्रवार को आप में शामिल हो गई थीं। सबीला ने वार्ड नंबर 243 मुस्तफाबाद से जीत दर्ज की थी जबकि खातून ने वार्ड नंबर 245 ब्रजपुरी से जीत हासिल की थी। मेहदी और दो पार्षदों के आप में शामिल होने के बाद मुस्तफाबाद के निवासियों ने प्रदर्शन किया था।
सोशल मीडिया पर आए प्रदर्शनों के वीडियो में लोग मेहदी के खिलाफ नारे लगाते और उनका पुतला जलाते दिखे। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि आप, पार्टी के कुछ अन्य पार्षदों को भी 'प्रलोभन' देने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस का आरोप- आप ने झांसा देकर फुसलाया था
कांग्रेस ने इससे पहले शनिवार को कहा कि उसके उपाध्यक्ष अली मेहदी और दो अन्य पार्षद अब भी पार्टी के साथ हैं। कांग्रेस ने कहा कि इन पार्षदों को आम आदमी पार्टी ने झांसा देकर फुसलाया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आप पर कुछ नव-निर्वाचित कांग्रेस पार्षदों को झूठे वाद और प्रलोभन देकर गुमराह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस ने एमसीडी चुनाव में दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार किया है और कांग्रेस जनता के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा, 'स्वच्छ राजनीति की शपथ लेने वाले केजरीवाल ने झूठे वादों एवं प्रलोभनों से दो-चार कांग्रेस पार्षदों एवं कार्यकर्ताओं को गुमराह करने की चेष्टा की लेकिन उन्हें शीघ्र ही केजरीवाल की शरारत समझ आ गयी और उन्होंने कांग्रेस पार्टी में फिर अपना विश्वास प्रकट किया है।'
(भाषा इनपुट)