राज्यसभाः विदाई भाषण में बोले एम वेंकैया नायडू- 'हम दुश्मन नहीं हैं, हम प्रतिद्वंद्वी हैं'
By मनाली रस्तोगी | Published: August 8, 2022 05:47 PM2022-08-08T17:47:15+5:302022-08-08T17:49:04+5:30
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू बुधवार को पद छोड़ देंगे और उनके उत्तराधिकारी जगदीप धनखड़ 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे।
नई दिल्ली: निवर्तमान राज्यसभा सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को विपक्षी दलों से सत्ताधारी दल के साथ दुश्मन के रूप में नहीं बल्कि प्रतिद्वंद्वी के रूप में व्यवहार करने का आग्रह किया। उन्होंने भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी धन्यवाद दिया।
We are not enemies, we are rivals. We must work hard to outshine others in competition but not run down others. My wish is that Parliament functions well... I'm thankful & moved by your love & affection, said M Venkaiah Naidu, in his last remarks as the Rajya Sabha Chairman & VP pic.twitter.com/yiYoM9QF4c
— ANI (@ANI) August 8, 2022
राज्यसभा में अपने विदाई भाषण में नायडू ने कहा, "जिस दिन पीएम ने मुझे बताया कि मुझे भारत का उपराष्ट्रपति बनने के लिए चुना जा रहा है, मैं रो रहा था, मैंने इसके लिए नहीं कहा। पार्टी ने जनादेश दिया था, मैंने बाध्य होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया। आंसू इसलिए थे क्योंकि मुझे पार्टी छोड़नी पड़ी। मैंने सदन को बनाए रखने की पूरी कोशिश की। मैंने सभी पक्षों - दक्षिण, उत्तर, पूर्व, पश्चिम, उत्तर-पूर्व को समायोजित करने और अवसर देने का प्रयास किया। आप में से प्रत्येक को समय दिया गया है।"
I did my best to maintain... the House. I tried to accommodate & give opportunities to all sides - South, North, East, West, North-East. Each one of you has been given time...: M Venkaiah Naidu pic.twitter.com/iyAw9fZhp2
— ANI (@ANI) August 8, 2022
उन्होंने आगे कहा, "उच्च सदन की बड़ी जिम्मेदारी है। पूरी दुनिया भारत को देख रही है; भारत आगे बढ़ रहा है। मैं राज्यसभा सांसदों से शालीनता, गरिमा और मर्यादा बनाए रखने की अपील करता हूं ताकि सदन की छवि और सम्मान बना रहे। हम दुश्मन नहीं हैं, हम प्रतिद्वंद्वी हैं। हमें प्रतिस्पर्धा में दूसरों को पछाड़ने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए लेकिन दूसरों को नीचा नहीं दिखाना चाहिए। मेरी इच्छा है कि संसद अच्छी तरह से चले...मैं आपके प्यार और स्नेह से आभारी और प्रेरित हूं।"