लोकसभा चुनावः हरियाणा के राजनीतिक अखाड़े में कूदे मस्तनाथ मठ के तीसरे महंत, बीजेपी ने अलवर से दिया टिकट
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 1, 2019 10:06 AM2019-04-01T10:06:49+5:302019-04-01T10:06:49+5:30
इससे पहले मस्तनाथ मठ के महंत बाबा चांदनाथ भी अलवर से भाजपा के सांसद रह चुके हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था.
हरियाणा में रोहतक स्थित मस्तनाथ मठ के तीसरे महंत भी राजनीति के अखाड़े में कूद पड़े हैं. महंत बाबा बालकनाथ को भाजपा ने राजस्थान में अलवर लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह से है. महंत ने स्वीकार किया है कि भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी जब भी उन से रोहतक क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए कहेगी, वे यहां आ कर कांग्रेस के मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्रचार करेंगे.
इससे पहले मस्तनाथ मठ के महंत बाबा चांदनाथ भी अलवर से भाजपा के सांसद रह चुके हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था. कांग्रेस ने जहां एक बार फिर भंवर पर ही दांव लगाया है, वहीं भाजपा ने महंत चांदनाथ के चेले महंत बालकनाथ को टिकट दे दिया है.
गौरतलब है कि महंत चांदनाथ की लंबी बीमारी के बाद मृत्यु होने के बाद बालकनाथ को मठ की देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. चांदनाथ अलवर जिले में बहरोड़ क्षेत्र से भाजपा के विधायक भी रहे थे. मस्तनाथ मठ के महंत बाबा श्रयोनाथ भी रोहतक जिले में किलोई क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने दो बार किलोई क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार को हराया था.
मस्तनाथ मठ को चौरंगीनाथ की तपस्थली भी कहा जाता है. यहां बाबा मस्तनाथ ने घोर तपस्या की थी. कठोर तपस्या और सिद्धियों की वजह से उन्हें गोरखनाथ के अवतार की संज्ञा दी गई थी. इस गद्दी का महंत होना बड़े गौरव की बात मानी जाती है.