Lok Sabha Elections 2024: "मैं मोदीजी और शाह साहब से पूछता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को क्यों बंद किया है'', फारूक अब्दुल्ला ने लगाया गंभीर आरोप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 13, 2024 10:36 IST2024-05-13T10:32:32+5:302024-05-13T10:36:24+5:30
फारूक अब्दुल्ला ने वोट डालने के बाद कहा कि मैं केंद्रीय गृह मंत्री और पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को क्यों बंद कर दिया गया है? क्या वे डरे हुए हैं कि वे हार जाएंगे?

फाइल फोटो
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सूबे में सामान्य हालात होने के दावे पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पिछले दो दिनों से हिरासत में लिया गया है।
आज श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के लिए मतदान हो रहा है। केंद्र शासित प्रदेश में अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह पहला लोकसभा का चुनाव है।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के साथ अपना वोट डालने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कहा, "यह बेहद दुखद है कि वे कहते हैं कि यहां कोई हिंसा नहीं है और सब कुछ सामान्य है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हमारे कार्यकर्ता पार्टी को 2 दिनों के लिए बंद किया गया है, वहीं दूसरी ओर वे कह रहे हैं कि यहां पर चुनाव स्वतंत्र वातावरण में हो रहा है।''
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैं केंद्रीय गृह मंत्री और पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को क्यों बंद कर दिया गया है? क्या वे डरे हुए हैं कि वे हार जाएंगे?"
पोलिंग एजेंटों को परेशान किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा, "हमने उनके नाम भी लिखे हैं। दूसरों ने केवल यह कहा है कि उनके कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है, लेकिन हमने अपने 8 कार्यकर्ताओं के नाम दिए। यह प्रशासन का एक प्रयास है कि मतदान प्रक्रिया को ख़राब किया जाए और यह बेहद निंदनीय है।"
उन्होंने कहा, "हम इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। हम उम्मीद कर रहे थे कि संसद चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होंगे। मैं श्रीनगर, बडगाम, शोपियां के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे बाहर आएं और अपना वोट डालें।"
मालूम हो कि श्रीनगर संसदीय सीट के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। जून 2018 में पीडीपी-भाजपा सरकार के पतन के बाद से जम्मू-कश्मीर केंद्रीय शासन के अधीन है, आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे।
जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में मतदान हो रहा है। 2019 के चुनावों में, भाजपा ने तीन सीटें जीतीं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शेष तीन सीटें जीती थीं।
विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक में सहयोगी होने के बावजूद पीडीपी और एनसी ने जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक चलने वाले सात चरणों में हो रहे हैं। वोटों की गिनती और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।