Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव कुछ माह के बाद है। सभी दल संगठन पर पेंच कसना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के लिए दक्षिण भारत में जमीन तैयार कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। छोटे दल भी राष्ट्रीय पार्टी से गठजोड़ करना शुरू कर दिया है। इस बीच, तेलंगाना में विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में बड़ा झटका लगने वाला है। विधानसभा चुनाव 2023 में हार के बाद पार्टी की हालत काफी खराब हैं। कई नेता दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के चार विधायकों ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से ‘शिष्टाचार भेंट’ की।
मंगलवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि विधायक - सुनीता लक्ष्मा रेड्डी, के. प्रभाकर रेड्डी, गुडेम महिपाल रेड्डी और माणिकराव ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद विधायकों ने कहा कि विकास और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा हुई। पिछले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीआरएस को हराकर सत्ता हासिल की थी।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामा राव ने शनिवार को कहा कि तेलंगाना में लोगों को तब तक मौजूदा बिलों का भुगतान नहीं करना चाहिए, जब तक कि कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वादे के मुताबिक 'गृह ज्योति' योजना के तहत मुफ्त बिजली प्रदान नहीं करती।
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के हिस्से के रूप में हैदराबाद और सिकंदराबाद संसदीय क्षेत्रों के बीआरएस नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। रामा राव के कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, ''‘केटीआर’ का कहना है कि लोगों को तब तक मौजूदा बिलों का भुगतान नहीं करना चाहिए।
जब तक कि ‘गृह ज्योति योजना’ के तहत मुफ्त बिजली प्रदान नहीं की जाती, जैसा कि रेवंत रेड्डी ने वादा किया था।'' के टी रामा राव को ‘केटीआर’ के नाम से भी जाना जाता है। 'गृह ज्योति' योजना के तहत 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जानी है। रामा राव ने कहा कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा किए गए चुनावी वादों को लागू करवाने के लिए संघर्ष करेगी।