लोकसभा चुनाव 2019: वोट नहीं दे पाए मारुति चेयरमैन आरसी भार्गव, ये है वजह
By स्वाति सिंह | Published: April 11, 2019 08:19 PM2019-04-11T20:19:13+5:302019-04-11T20:28:36+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: मारुति चेयरमैन आरसी भार्गव और अपोलो अस्पताल की वाइस चेयरपर्सन शोभना कामिनेनी तक के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले और ये लोग वोट नहीं दे पाए।
लोकसभा चुनाव के लिए पहले फेज की वोटिंग के दौरान देश भर से ईवीएम मशीनों की गड़बड़ी और वोटरों को होने वाली परेशानी की खबरें आईं। हद तो ये हो गई कि मारुति चेयरमैन आरसी भार्गव और अपोलो अस्पताल की वाइस चेयरपर्सन शोभना कामिनेनी तक के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले और ये लोग वोट नहीं दे पाए। चुनाव आयोग ने अपोलो हॉस्पिटल्स की वाइस चेयरपर्सन और सीआईआई की पूर्व प्रमुख शोभना कामिनेनी से माफी मांगी है।
नाम वोटर लिस्ट में मिला ही नहीं
गुरुवार को सिकंदराबाद में शोभना, जब वोट देने गईं तो उनका नाम वोटर लिस्ट में मिला ही नहीं। आज मैं एक नागरिक के तौर पर ठगी सी महसूस कर रही हूं, क्योंकि अभी पिछले दिसंबर में ही तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए वोट दिया था।
मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर गुस्सा जाहिर किया
वोटर लिस्ट से नाम गायब होने के बाद शोभना ने तेलंगाना के मुख्य चुनाव आयुक्त रजत कुमार से मुलाकात कर अपना गुस्सा जाहिर किया।
मैं मुख्य चुनाव आयुक्त से मिल पाई, क्योंकि मैं वहां तक पहुंच सकती हूं। लेकिन उनका क्या जो वहां तक नहीं पहुंच सकते हैं? आयुक्त भले इंसान हैं लेकिन इतना तो साफ है कि सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा। हमें तकनीक का बेहतर करना होगा ताकि लोग ऐसी गलतियों के कारण वोट देने के हक से वंचित न हों।
वीडियो भी सोशल मीडिया शेयर किया
अपोलो हॉस्पिटल्स के चीफ डॉ. प्रताप रेड्डी की बेटी शोभना ने अपने साथ घटी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया शेयर किया है, जिसमें वो कह रही हैं कि विदेश में थी। देश लौटी थी ताकि वोट दे पाऊं लेकिन बूथ पर पहुंची तो बताया गया कि मेरा नाम वोटर लिस्ट में ही नहीं है। क्या मैं भारतीय नागरिक नहीं हूं? क्या मेरी गिनती इस देश में है ही नहीं? क्या मेरा वोट जरूरी नहीं है? एक नागरिक के साथ अपराध है। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी।
कई वीआईपी वोटर्स का नाम गायब
तेलंगाना ही नहीं देश के दूसरे हिस्सों से भी कई वीआईपी वोटर्स का नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया। मारुति चेयरमैन आरसी भार्गव जब नोएडा सेक्टर 15-ए स्थित अपने बूथ में वोट डालने गए तो उन्हें पता चला कि उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है। ये वही बूथ है जहां केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा वोट डालते हैं।महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस जिस बूथ पर वोट डालने गए वहां वीवीपैट मशीन खराब हो गई, जिसके कारण मतदान रोकना पड़ा।