लोकसभा चुनाव 2019: महागठबंधन का पेच सुलझा, अधर में लटके कीर्ति आजाद, वाल्मिकी नगर से लड़ सकते हैं चुनाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 29, 2019 12:46 PM2019-03-29T12:46:14+5:302019-03-29T12:46:14+5:30
पटना में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता मौजूद नहीं था। महागठबंधन में वर्तमान सांसद कीर्ति आजाद की सीट दरभंगा कांग्रेस को नहीं मिली है।
लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में महागठबंधन की सीटों का ऐलान शुक्रवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कर दिया है। आरजेडी ने सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है जबकि कांग्रेस ने आठ, हम ने दो, वीआईपी ने तीन और रालोसपा ने सिर्फ एक सीट के उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है।
पटना में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता मौजूद नहीं था। महागठबंधन में वर्तमान सांसद कीर्ति आजाद की सीट दरभंगा कांग्रेस को नहीं मिली है।
कांग्रेस ने सात उम्मीदवार उतारे
वाल्मिकी नगर और पटना साहिब की सीट को छोड़कर कांग्रेस ने सात सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। बीजेपी के पूर्व नेता शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में नवरात्रि के समय शामिल होने वाले हैं। सिन्हा पटना साहिब से ही कांग्रेस उम्मीदवार होंगे। वहीं बीजेपी से कांग्रेस में आए कीर्ति आजाद की सीट पर फैसला नहीं हो पाया है। उम्मीद जताई जा रही है कि वाल्मिकी नगर से कीर्ति आजाद चुनाव लड़ सकते हैं।
किशनगंज-मोहम्मद जावेद
कटिहार-तारिक अनवर
पूर्णिया- उदय सिंह
समस्तीपुर-अशोक राम
सासाराम-मीरा कुमार
मुंगेर- नीलम देवी
सुपौल- रंजीता रंजन
वाल्मिकी नगर में दूसरे नंबर पर थी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव 2014 में इस सीट पर बीजेपी के सत्येंद्र दुबे ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस के पूर्णवासी राम दूसरे नंबर पर रहे थे। इस सीट पर कांग्रेस का जनाधार है। पूर्णवासी राम ने इस सीट पर 2.46 वोट पाए थे। हालांकि मोदी लहर ने सत्येंद्र दुबे ने 1.18 लाख वोटों से जीत हासिल की थी।
इसके अलावा कीर्ति झा आजाद को झारखंड या दिल्ली की किसी सीट से भी चुनाव लड़ाने की अटकलें चल रही थीं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य कीर्ति आजाद विधानसभा चुनाव 1993 में दिल्ली के गोल मार्केट इलाके चुनाव जीत चुके हैं।
पिता रहे हैं कांग्रेस के कद्दावर नेता
पिछले महीने, आजाद ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। उनके लिए यह घर वापसी जैसा था क्योंकि उनके पिता भागवत झा आजाद बिहार से कांग्रेस के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री थे। कीर्ति आजाद बीजेपी के टिकट पर 1999, 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।