लोकसभा चुनाव: 'आप' दिल्ली में 6 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा के बाद लेगी 'यू-टर्न'!, कांग्रेस से गठबंधन पर अटकलें तेज
By स्वाति सिंह | Published: March 5, 2019 10:46 AM2019-03-05T10:46:49+5:302019-03-05T10:58:40+5:30
लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में मंगलवार को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन का ऐलान हो सकता है।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच संभावित गठबंधन के अटकलों का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि राहुल गांधी ने दिल्ली में गठबंधन पर चर्चा के लिए पार्टी के नेताओं की बैठक मंगलवार को बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में 'आप' से गंठबंधन को लेकर कोई आखिरी फैसला लिया जा सकता है।
वैसे, कांग्रेस की ओर से गठबंधन को लेकर कोई इशारा नहीं मिलने के बाद 'आप' ने कुछ दिन पहले ही दिल्ली में 7 लोकसभा सीटों में से 6 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। बहरहाल, राहुल गांधी की आज की बैठक को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि जिसमें आप-कांग्रेस गठबंधन का ऐलान हो सकता है।
बता दें कि दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों हैं। ऐसे में सूत्रों के अनुसार गठबंधन की स्थिति में आप-कांग्रेस 3-3 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ सकती है। एक सीट को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि इस फॉर्मूले के तहत दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और पूर्वी दिल्ली से पूर्व सांसद दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
इससे पहले शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सात सीटों में से छह पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। छह सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करते हुए आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने हालांकि संकेत दिया कि गठबंधन बनाने के लिए एक खिड़की खुली हुई थी क्योंकि पार्टी का मानना था कि आगामी चुनावों में हर सीट पर भाजपा के खिलाफ एक ही विपक्षी उम्मीदवार होना चाहिए। इन सभी छह उम्मीदवारों को पहले ही संबंधित लोकसभा सीटों का प्रभारी नियुक्त कर दिया गया था।
उधर, दिल्ली कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी बैठक में पार्टी आलाकमान को यह बताने का फैसला किया था कि वह दिल्ली में आप से किसी भी तरह के गठजोड़ के खिलाफ है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने शुक्रवार को तीनों कार्यकारी अध्यक्षों के साथ बैठक की जिसमें पार्टी के पुराने रुख को दोहराया गया कि आप के साथ गठबंधन नहीं होगा।
शीला पहले भी दोहरा चुकी हैं कि दिल्ली में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी, हालांकि आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल कई मौकों पर खुलकर कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहते हैं।
इससे पूर्व केजरीवाल ने कहा था कि वह गठबंधन चाहते है लेकिन इसके लिए वह कांग्रेस को समझाते समझाते थक गये है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि राष्ट्रीय राजधानी में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हुआ तो भाजपा दिल्ली की सभी सातों सीटें फिर से जीत जायेगी।