लोक सभा चुनाव 2019: चांदनी चौक है कांग्रेस-बीजेपी के बीच चुनावी जंग का सबसे दिलचस्प मैदान, बड़े नेताओं की साख रहती है दांव पर
By स्वाति सिंह | Published: March 7, 2019 12:44 PM2019-03-07T12:44:06+5:302019-03-07T13:48:54+5:30
चांदनी चौक लोकसभा सीट: वर्तमान में चांदनी चौक लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी( बीजेपी) के डॉ हर्षवर्धन सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ हर्षवर्धन ने कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल को भारी मतों से हराया था।
देश की राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक चांदनी चौक पर लोक सभा चुनाव-2019 में एक बार फिर सबकी नजरें टिकी हैं। चांदनी चौक को पुरानी दिल्ली के नाम से भी जाना जाता है। यह क्षेत्र घनी आबादी के साथ-साथ चुनावी लिहाज से भी अहम है। इस बार लोक सभा चुनाव के लिए यहां से आम आदमी पार्टी ने पंकज गुप्ता को उतारने की घोषणा की है। चांदनी चौक सीट पर 2014 तक कुल 14 लोक सभा चुनाव में ज्यादातर बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस अब तक यहां से नौ बार जीत चुकी है जबकि बीजेपी ने चार बार बाजी मारी है।
चांदनी चौक सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि
चांदनी चौक सीट पर सबसे पहले 1957 में कांग्रेस के राधा रमण ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 1962 में दोबारा फिर कांग्रेस के शाम नाथ ने ही यहां जीत हासिल की। इसके बाद 1967 में बाजी पलटते हुए भारतीय जनसंघ (बीजेएस) से आर. गोपाल ने यहां जीत दर्ज की। इसके बाद फिर 1971 में कांग्रेस की सुभद्रा जोशी ने यह सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी।
इसके बाद फिर साल 1977 में इस सीट पर बीएलडी का कब्ज़ा रहा। बाद में फिर 1980, 1984 और 1989 में इस सीट पर सिर्फ कांग्रेस का ही परचम लहराया। साल 1991 में यह सीट बीजेपी से ताराचंद खंडेलवाल के खाते में पहुंची। साल 1996 में कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल चांदनी चौक के सांसद बने। साल 1998 और साल 1999 में बीजेपी के विजय गोयल इस सीट पर काबिज रहे। इसके बाद 2004 और 2009 में कांग्रेस के कपिल सिब्बल को यहां जीत हासिल हुई थी। इसके बाद 2014 के लोक सभा चुनाव में जीत दर्ज कराने के बाद फिलहाल डॉ. हर्षवर्धन यहां से सांसद हैं।
2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे
2014 लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक लोकसभा सीट पर बीजेपी का परचम लहराया था। इस सीट पर बीजेपी के डॉ. हर्षवर्धन, आम आदमी पार्टी के आशुतोष और कांग्रेस के दिग्गज कपिल सिब्बल ने चुनाव लड़ा था।
साल 2014 में इस सीट पर कुल 69 फीसदी मतदान हुआ था। डॉ. हर्षवर्धन ने 437938 वोटों के साथ चुनाव जीता। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने कुल 176206 वोट हासिल किए थे।
बीते तीन लोकसभा चुनाव का रिपोर्ट कार्ड
अगर बीते तीन चुनावों के वोट पर नजर डालें तो दिल्ली के लोगों के दिल के हाल का पता लगाना मुश्किल होगा। साल 2004 के चुनावों में यहां 71 फीसदी वोट प्रतिशत के साथ फैसला कांग्रेस के पक्ष में था। साल में 2009 में वोट प्रतिशत घटकर साठ रह गया। जबकि वहीं फिर साल 2014 में कांग्रेस के हिस्से में केवल 17 फीसदी वोट आए थे, जबकि बीजेपी को 44 प्रतिशत और आप को 30 प्रतिशत वोट मिले। कुल मिलकर यह कहना मुश्किल होगा कि इस बार चांदनी चौक में किसको जीत मिलती है।
हालंकि, इस बार के लोक सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का रोल काफी अहम रहने वाला है। वहीं, कांग्रेस भी लगातर बीजेपी से इस सीट को छीनने की कोशिश में जुटी है। अगर बीते नतीजों पर गौर करें तो 1998 के बाद से यह सीट बारी-बारी से बीजेपी और कांग्रेस के खाते में जा रही है और हर पार्टी दो-दो कार्यकाल पूरे कर रही है।
2014 के लोक सभा चुनाव में इस सीट पर कुल 1,447,228 मतदाता थे।वहीं, वोट प्रतिशत की बात करें तो यहां कुल 69 फीसदी मतदान हुआ था। जिसमें 550,825 पुरुषों और 431,038 महिलाओं ने वोट डाला था।
अगर चांदनी चौक के अंतर्गत आने वाले सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में मुद्दे की बात करें तो इसमें अवैध अतिक्रमण, ट्रैफिक, पानी की किल्लत और सीलिंग जैसी कई समस्याएं हैं। मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम (MPLADS) के आकड़ों के मुताबिक जनवरी 2019 तक बीजेपी सांसद डॉ हर्षवर्धन ने अपने सांसद क्षेत्र के विकास पर 19,02 करोड़ रुपए में से 12,97 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।