मायावती का हमला, कहा-सबसे ज्यादा बेनामी संपत्ति वाले बीजेपी में
By स्वाति सिंह | Updated: May 15, 2019 10:22 IST2019-05-15T10:22:57+5:302019-05-15T10:22:57+5:30
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया कि मोदी सरकार दलित विरोधी है। बीजेपी दलितों को गुमराह कर रही हैं।

मायावती ने बीजेपी हमला बोलते हुए कहा 'पूरे देश को मालूम है कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट इन्हीं की पार्टी में हैं।'
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस किया। इस दौरान मायावती ने बीजेपी हमला बोलते हुए कहा 'पूरे देश को मालूम है कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट इन्हीं की पार्टी में हैं।'
बसपा सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार दलित विरोधी है। बीजेपी दलितों को गुमराह कर रही हैं। पीएम मोदी शालीनताओं को पार कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा 'पीएम ने बीएसपी को फोन अक्सर 'बहनजी की संपत्ति पार्टी 'कहते हैं। लेकिन बता दें कि आज बसपा अध्यक्ष जो भी हैं वह शुभचिंतकों और समाज द्वारा ही है और यह बात सरकार से नहीं छिपी।'
इससे पहले मंगलवार को मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। मायावती ने लिखा था कि आरएसएस ने अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का साथ छोड़ दिया है।
मायावती ने लिखा 'पीएम श्री मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे हैं।'
उन्होंने आगे लिखा 'जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है। अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध पीएम चाहिए। जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं। ऐसा साफ लगता है।'
वहीं, सोमवार को ही बसपा प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमला करते हुए कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए अपनी पत्नी तक को छोड़ चुके मोदी बहन और पत्नियों की इज्जत करना क्या जानेंगे । इतना ही नहीं, मायावती ने कहा 'नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप मामले पर चुप थे। लेकिन अब वह इस मामले में गंदी राजनीति खेलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें और उनकी पार्टी को चुनावों में फायदा मिल सके। यह बेहद शर्मनाक है। जब वह राजनीतिक लाभ के लिए अपनी पत्नी को छोड़कर चले गए, तो वह दूसरों की बहनों और पत्नियों का सम्मान कैसे कर सकते हैं?'