लोकसभा चुनावः जावड़ेकर सत्ता सुख प्रदान करने वाली देवी त्रिपुरा के दरबार में पहुंचे, गहलोत इस साल दो बार आए!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: April 22, 2019 05:09 AM2019-04-22T05:09:38+5:302019-04-22T05:09:38+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 से पहले अशोक गहलोत अपने पुत्र वैभव गहलोत के साथ देवी के दरबार में आए थे. विस चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री बनने पर भी वे देवी के दरबार में आए थे तथा कुछ समय पहले कांग्रेस उम्मीदवार ताराचन्द भगोरा के नामांकन भरने के दौरान भी राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया आदि के साथ देवी त्रिपुरा सुंदरी के मंदिर में दर्शनार्थ गए थे.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सत्ता सुख प्रदान करने वाली देवी त्रिपुरा सुंदरी (वागड़) के दरबार में राजनेताओं की दर्शन-परिक्रमा शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री और भाजपा के लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर भी शनिवार को देवी त्रिपुरा के दरबार में पहुंचे और पूजा-अर्चना की.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 से पहले अशोक गहलोत अपने पुत्र वैभव गहलोत के साथ देवी के दरबार में आए थे. विस चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री बनने पर भी वे देवी के दरबार में आए थे तथा कुछ समय पहले कांग्रेस उम्मीदवार ताराचन्द भगोरा के नामांकन भरने के दौरान भी राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया आदि के साथ देवी त्रिपुरा सुंदरी के मंदिर में दर्शनार्थ गए थे.
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे देवी त्रिपुरा के दरबार में नियमितरूप से आती रही हैं और विस चुनाव 2018 की मतगणना के अवसर पर देवी के दरबार में ही मौजूद थी. जब झालरापाटन में उनकी जीत साफ नजर आने लगी तब वे बांसवाड़ा से जयपुर के लिए रवाना हो गई थी, लेकिन इस साल अब तक वे त्रिपुरा सुंदरी नहीं आईं हैं.
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत हरिदेव जोशी देवी त्रिपुरा के परम भक्त रहे हैं, तो प्रसिद्ध ज्योतिषी दिवंगत पण्डित लक्ष्मीनारायण द्विवेदी प्रमुख देवी साधक रहे हैं, जिन्होंने देश के कई प्रसिद्ध व्यक्तियों की यहां पूजा-अर्चना करवाई थी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कई प्रमुख राजनेताओं, पूर्व एवं वर्तमान मंत्रियों आदि ने भी समय-समय पर देवी त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा-अर्चना की है.
दोनों ही प्रमुख दलों के नेता देवी त्रिपुरा सुंदरी से लोकसभा चुनाव में कामयाबी की प्रार्थना कर रहे हैं, देखना दिलचस्प होगा कि इस बार किसे देवी त्रिपुरा का आशीर्वाद प्राप्त होता है?