चिराग पासवान के खिलाफ बगावत, फेसबुक पर लिखने वाले निष्कासित, केशव सिंह बोले-मुंह खोला तो कई जाएंगे बेऊर जेल
By एस पी सिन्हा | Published: December 4, 2020 08:19 PM2020-12-04T20:19:27+5:302020-12-04T21:42:10+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने दो दिन पहले ही बिहार प्रदेश की तमाम जिला इकाई को भंग कर दिया था.
पटनाः बिहार चुनाव में मिली करारी हार के बाद चिराग पासवान की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. विधानसभा चुनाव के दौरान में नीतीश कुमार को जेल भेजने और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा करने वाले चिराग पासवान की "झोपड़ी" में खुद की चिंगारी से आग लग गई है.
लोजपा नेता अब राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. पार्टी के कई नेताओं ने चिराग पासवान पर विस चुनाव में राजद-कांग्रेस को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा कर सनसनी फैला दी है. लोजपा के महासचिव केशव सिंह के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से इस्तीफे की मांग किये जाने के बाद चिराग के भाई व प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है.
वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के महासचिव रहे केशव सिंह ने पार्टी की टूट का बड़ा दावा किया है. केशव सिंह ने कहा है कि लोजपा में जल्द ही बड़ी टूट होगी. केशव सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर कहा, 'जनवरी माह के तीसरे सप्ताह में होगी लोजपा में बड़ी टूट. चार सांसद सहित बिहार के लगभग 30 जिलाध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारणी एवं राज्य कार्यकारणी के लोग मिलकर बनाएंगे लोजपा(राम विलास पासवान गुट).'
केशव सिंह को तत्काल प्रभाव से 6 वर्षों के लिए दल से निष्कासित किया
इसके बाद लोजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देशानुसार बिहार प्रदेश के अध्यक्ष प्रिंस राज ने पार्टी विरोधी कार्य में संलिप्त होने तथा अनुशासनहीनता के कारण पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह को तत्काल प्रभाव से 6 वर्षों के लिए दल से निष्कासित किया है.
वहीं, केशव सिंह ने कहा है कि चिराग पासवान संस्थापक रामविलास पासवान के बताये रास्ते से भटक गए हैं. ले लोजपा को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे हैं. वे अपने एक पीए की सलाह पर काम कर रहे हैं. जबकि सांसदों एवं अन्य नेताओं की कोई पूछ नहीं है.
सारे समर्पित कार्यकर्ता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. केशव सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि चिराग पासवान इस बार के विधान सभा चुनाव में राजद-कांग्रेस को फायदा पहुंचाने के लिए अलग होकर लड़ने का फैसला लिया. इसके पीछे चिराग और उनके पीए का दिमाग था. जबकि पार्टी नेताओं से कोई राय नहीं गई थी.
चिराग पासवान से इस्तीफे की मांग कर सनसनी फैला दी
इसतरह से लोजपा महसाचिव ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से इस्तीफे की मांग कर सनसनी फैला दी है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि अगर वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो पार्टी के कई बडे़ नेता अगला कदम उठायेंगे. उन्होंने साफ कर दिया कि पंद्रह जनवरी के बाद लोजपा में बड़ी टूट होगी. इसके पहले लोजपा के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता केशव सिंह ने फेसबुक पेज के माध्यम से बगावत का झंडा बुलंद करते हुए चेतावनी दी कि अगर मुंह खोल दिया तो लोजपा सुप्रीमो कहीं के नहीं रहेंगे.
वे कहते हैं कि समय आने पर मुंह भी खोलेंगे और चिराग पासवान ने काम किया है उसे जनता के बीच ला देंगे. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान का एक पीए है, वही सब कुछ करता है. उसी के इशारे में लोजपा में हर काम होता है. अब चिराग पासवान की क्या मजबूरी है वो तो यही समझें. शायद व्यवसायिक पार्टनर है.
लोजपा नेता ने लिखा है, मेरे पोस्ट करने के बाद कुछ लोग मुझे पार्टी से निकलना चाहते है, वे सब बधाई के योग्य है. लेकिन मेरे मुंह खोलते कुछ का नया आशियाना होगा बेउर जेल. पार्टी के महासचिव रहे केशव सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि पार्टी के कई नेता बेउर जेल भी जाएंगे. हम सभी का पोल एक-एक कर खोलेंगे.
यहां यह भी बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार प्रदेश की सभी जिला इकाई को भंग कर दिया है. चिराग ने बुधवार को पटना में लोजपा कार्यालय में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की. इसमें मुख्य विंग के साथ-साथ सभी प्रकोष्ठ को भी भंग कर दिया. बताया जा रहा है कि बैठक में कहा गया कि दो महीने के अंदर सभी नई कमेटी का गठन किया जाएगा.