कोलकाता, 20 मार्च पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए वाम मोर्चा ने शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। इसमें राज्य में कानून का राज स्थापित करने और किसी भी परिस्थिति में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लागू नहीं होने देने का वादा किया गया है।
माकपा नीत वाम मोर्चा ने घोषणा पत्र में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत पर अडिग रहने और मुस्लित सहित सभी धार्मिक एवं भाषाई अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वचन दिया है।
घोषणा पत्र माकपा मुख्यालय में वाम मार्चे के अध्यक्ष विमान बोस ने जारी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘‘ केंद्र में भाजपा की सरकार देश के धर्मनिरपेक्ष एवं बहुलवाद के तानेबाने पर हमला कर रही है। नागरिकता की पहचान करने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। अल्पसंख्यकों के अधिकार धीरे-धीरे कम हो रहे हैं।’’
वाम दलों ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल पार्टी की सरकार पर भी ‘सांप्रदायिकता का कार्ड ’ खेलने का आरोप लगाया।
मोर्चा ने कहा, ‘‘राज्य में सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) को लागू नहीं किया जाएगा।’’
वाम मोर्चे ने 16 पृष्ठ के घोषणापत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने, बड़े उद्योगों की स्थापना को सुगम बनाने की नीति बनाने और शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा कराने का भी वादा किया है।
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