कड़े शब्दों में पीएम मोदी को मनमोहन सिंह ने लिखा खत- नेहरू से जुड़ी विरासत से ना हो छेड़छाड़
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: August 27, 2018 11:51 IST2018-08-27T11:51:40+5:302018-08-27T11:51:40+5:30
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़े शब्दों के प्रयोग के साथ तत्काल प्रधीनमंत्री को नरेंद्र मोदी को खत लिखा है।

कड़े शब्दों में पीएम मोदी को मनमोहन सिंह ने लिखा खत- नेहरू से जुड़ी विरासत से ना हो छेड़छाड़
नई दिल्ली, 27 अगस्त: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़े शब्दों के प्रयोग के साथ तत्काल प्रधीनमंत्री को नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। उन्होंने खत लिखकर पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू से जुड़ी विरासत के साथ छेड़छाड़ ना करने का अनुरोध किया है। मोदी को ये खत पिछले हफ्ते लिखा गया था।
मनमोहन सिंह ने लिखा है कि तीन मूर्ति स्थिति नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के स्वरूप को सरकार को बदलना चाहती है। उन्होंने लिखा कि जवाहर लाल नेहरू केवल कांग्रेस के नेता नहीं थे बल्कि वह पूरे देश के नेता थे। ऐसे में तीन मूर्ति के साथ छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने खत नें अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया है।
उन्होंने लिखा है कि वायजेपी जी की सरकार 6 साल से अधिक समय तक रही लेकिन उस सरकार के द्वारा कभी कोई छेड़छाड़ नहीं की गई लेकिन तत्काल की सरकार का ये रुख देखकर दुख हो रहा है। उनके पूरे खत में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के स्वरूप से छेड़छाड़ ना होने का जिक्र है।
इतना ही नहीं मनमोहन सिंह ने लिखा है कि नेहरू जी के निधन पर अटल जी ने कहा था कि इस तरह के निवासी फिर कभी तीन मूर्ति की शोभा नहीं बढ़ा सकते हैं। वह जीवंत व्यक्तित्व, विपक्ष को भी साथ लेने का दृष्टिकोण, सज्जनता और वह महान थे जिन्हें निकट भविष्य में फिर से नहीं देखा जा सकता है। विचारों के अंतर के बावजूद हमारे पास उनके महान आदर्शों, उनकी ईमानदारी, देश के लिए उनके प्यार और उनके अतुलनीय साहस के प्रति सम्मान है।
मनमोहन सिंह ने लिखा है कि संग्रहालय को जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता आंदोलन पर अपना प्राथमिक ध्यान भी बरकरार रखना चाहिए, क्योंकि साल 1920 के दशक और साल 1940 के दशक के मध्य में वो लगभग दस साल जेल में रहे और अपनी अहम भूमिका अदा की है। वहीं, मनमोहन ने खत उस समय लिखा है जब राजनीतिक गलियारों में ये खबर है कि केंद्र सरकार नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के स्वरूप को बदलने वाली है। ऐसे में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नेहरू की विरासत के साथ छेड़छाड़ करना गलत है।