लालू प्रसाद यादव की मुंबई में हुई एंजियोप्लास्टी, दो दिन पहले हुए थे भर्ती
By आकाश चौरसिया | Updated: September 12, 2024 17:57 IST2024-09-12T17:48:49+5:302024-09-12T17:57:13+5:30
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उन्हें डॉ. (संतोष) डोरा और डॉ. तिलक (सुवर्णा) द्वारा एंजियोप्लास्टी के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में 10 सितंबर, 2024 को फिर से भर्ती कराया गया था। फिलहाल सफल सर्जरी के बाद उन्हें दो दिन में छुट्टी मिल सकती है।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुंबई के एक अस्पताल में एंजियोप्लास्टी की गई। यहां ये बता दें कि दो दिन पहले यानी कि 10 सितंबर को उन्हें एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई में भर्ती कराया गया था। बिहार के 76 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री को एक या दो दिन में छुट्टी मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उन्हें डॉ. (संतोष) डोरा और डॉ. तिलक (सुवर्णा) द्वारा एंजियोप्लास्टी के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में 10 सितंबर, 2024 को फिर से भर्ती कराया गया था।
2014 में, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री की एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में छह घंटे लंबी महाधमनी वाल्व रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई थी। उन्होंने 2018 और 2023 में फॉलो-अप के लिए अस्पताल का दौरा किया था।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उन्हें डॉ. (संतोष) डोरा और डॉ. तिलक (सुवर्णा) द्वारा एंजियोप्लास्टी के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में 10 सितंबर, 2024 को फिर से भर्ती कराया गया था। फिलहाल राजनीति में अपने भाषणों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन जब से उनकी सेहत बिगड़ी है, तब से सार्वजनिक राजनीतिक मंच कम ही साझा कर रहे हैं।
'जाति जनगणना कराई जाएगी', हाल में राजद प्रमुख ने कहा था
5 सितंबर को, लालू प्रसाद ने यह सुनिश्चित करने की कसम खाई थी कि जाति जनगणना कराई जाएगी। उन्होंने कहा, ''मैं आरएसएस-बीजेपी के कान पकड़ूंगा और उनसे जाति जनगणना करवाऊंगा।'' इससे पहले, उनके छोटे बेटे और उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव ने भाषण देते हुए कहा कि पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा में राजद हर वक्त उनके साथ खड़ी रही है।
तेजस्वी ने ये बताया कि उनके पिता ने बिहार के तत्कालीन सीएम के रूप में, राज्य में मंडल आयोग के पूर्ण कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया था, जबकि तत्कालीन डिप्टी सीएम के रूप में, उन्होंने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी कि जाति-आधारित सर्वेक्षण हो और वंचितों के लिए कोटा हो। संशोधित जनसंख्या अनुमान के अनुसार जातियों का उत्थान किया गया।