कुमारस्वामी के नजदीकी मंत्री ने सीनियर बीजेपी नेताओं से की मुलाकात, प्लान बी की हो रही है तैयारी
By विकास कुमार | Published: July 13, 2019 09:31 AM2019-07-13T09:31:42+5:302019-07-13T10:30:03+5:30
इस बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं में भी खलबली मची हुई है, क्योंकि बीजेपी और जेडीएस पहले भी 2006 में गठबंधन की सरकार बना चुके हैं. कुमारस्वामी ने इस बैठक को इत्तेफाक बताया है तो वहीं, बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि जेडीएस के साथ हाथ मिलाने की कोई गुंजाइश नहीं है.
कर्नाटक में जारी सियासी उठापठक के बीच कुमारस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से बहुमत साबित करने के लिए थोड़ा वक्त मांगा है. कांग्रेस के नेता और संकटमोचक की भूमिका में दिख रहे डीके शिवकुमार इस्तीफा दे चुके विधायकों से मिल कर उन्हें मनाने की कोशिशों में जुटे हैं.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पयर्यटन मंत्री और कुमारस्वामी के करीबी नेता सा रा महेश ने बीजेपी के कर्नाटक प्रभारी मुरलीधर राव और वरिष्ठ नेता इश्वरप्पा से मुलाकात की है. ऐसा कहा जा रहा है कि कुमारस्वामी अपने नजदीकी मंत्री को भेज कर प्लान बी की तैयारी कर रहे हैं.
इस बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं में भी खलबली मची हुई है, क्योंकि बीजेपी और जेडीएस पहले भी 2006 में गठबंधन की सरकार बना चुके हैं. कुमारस्वामी ने इस बैठक को इत्तेफाक बताया है तो वहीं, बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि जेडीएस के साथ हाथ मिलाने की कोई गुंजाइश ही नहीं है.
जेडीएस नेता महेश के मुताबिक यह बैठक करीब 25 मिनट चली है लेकिन बीजेपी नेताओं की तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली. येदियुरप्पा भी वेट और वाच की रणनीति अपनाते हुए दिख रहे हैं.
महेश जेडीएस ज्वाइन करने से पहले दो बार बीजेपी की तरफ से केआर नगर विधानसभा के विधायक रह चुके हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जेडीएस के नाराज विधायकों को बीजेपी के करीब लाने में इन्हीं की भूमिका है.
कुमारस्वामी फिलहाल प्रदेश के सीएम हैं लेकिन बीजेपी के साथ आने के बाद येदियुरप्पा के कारण इस पद पर उनकी दावेदारी स्वतः खत्म हो जाएगी, ऐसे में अंतिम वक्त तक विधायकों को मनाने का प्रयास जारी रहेगा.