जानें क्यों महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे ने तहसीलदार से कहा- यह आपकी कुर्सी है, आप ही बैठिए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 20, 2020 07:41 AM2020-01-20T07:41:52+5:302020-01-20T08:17:48+5:30
सीएम को जैसे ही पता चला कि यह तहसीलदार की कुर्सी है, वह खड़े हो गए और तहसीलदार से कहा कि आप यहां बैठिए। बाद में मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि तहसील कार्यालय में आने वाले आम लोगों के साथ भी अधिकारी अच्छा व्यवहार करेंगे, उन्हें यथोचित सम्मान देंगे।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने एक तहसीलदार से कहा कि यह आपकी कुर्सी है, इसपप आप ही बैठिए। दरअसल, सीएम सांगली के वालवा तहसील में एक प्रशासकीय इमारत का उद्घाटन करने गए थे। इसी दौरान जब वह इमारत की मुआयना करते हुए तहसीलदार के कमरे में पहुंचे तो वहां उन्हें तहसीलदार की कुर्सी पर बैठाया गया।
लेकिन, सीएम को जैसे ही पता चला कि यह तहसीलदार की कुर्सी है, वह खड़े हो गए और तहसीलदार से कहा कि आप यहां बैठिए। बाद में मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि तहसील कार्यालय में आने वाले आम लोगों के साथ भी अधिकारी अच्छा व्यवहार करेंगे, उन्हें यथोचित सम्मान देंगे।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट मुताबिक, रवींद्र सबनीस से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री तो उद्घाटन करके चले भी गए, लेकिन तब से जब-जब मैं इस कुर्सी पर बैठता हूं, मुझे लगता है मुख्यमंत्री मेरे पास खड़े हैं।'
बता दें कि महाराष्ट्र के शिरडी में स्थानीय लोगों ने साई बाबा के जन्म स्थान को लेकर उपजे विवाद को लेकर रविवार को बंद बुलाया था। हालांकि, साई बाबा मंदिर बंद के बावजूद मंदिर के कपाट खुले थे। बता दें, शिरडी स्थित साई मंदिर में देशभर के लाखों श्रद्धालु आते हैं और बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगती हैं।
उल्लेखनीय है कि यह विवाद उस समय पैदा हुआ जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने परभणी जिले के पाथरी में साई बाबा जन्मस्थान पर सुविधाओं का विकास करने के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि आवंटित करने की घोषणा की। कुछ श्रद्धालु पाथरी को साई बाबा का जन्मस्थान मानते हैं जबकि शिरडी के लोगों का दावा है कि उनका जन्मस्थान अज्ञात है। शिरडी से पाथरी करीब 270 किलोमीटर दूर है और मराठवाड़ा में स्थित है।
स्थानीय भाजपा विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन किया है। मुख्यमंत्री को साई बाबा का जन्मस्थान पाथरी होने संबंधी बयान को वापस लेना चाहिए।