सोशल मीडिया पर इस बहादुर जवान का वीडियो हुआ वायरल, जानें सच्चाई
By रामदीप मिश्रा | Published: December 28, 2017 04:55 PM2017-12-28T16:55:11+5:302017-12-28T16:59:42+5:30
यह वीडियो सीआरपीएफ के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया है।
पाकिस्तान ने पिछले दिनों सीजफायर उल्लंघन कर जमकर गोलीबारी की थी, जिसमें मेजर प्रफुल्ल अंबादास सहित 4 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय सेना के पांच कमांडो ने दुश्मन को कड़ा जवान दिया और 3 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। इस बीच मेजर प्रफुल्ल अंबादास को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया।
इस वीडियो में दावा किया गया कि मेजर प्रफुल्ल अंबादास घायल होने के बावजूद भी अपनी टीम को लीड कर रहे हैं। साथ ही घायल सैनिकों को सुरक्षित जगह ले जाने के लिए कह रहे हैं। इस वीडियो को भूतपूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह ने भी अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि भारतीय सेना की जांबाजी की अग्रिम पंक्ति युवा अधिकारी हैं। हालांकि उन्होंने ये दावा नहीं किया कि यह मेजर प्रफुल्ल अंबादास का वीडियो है।
वहीं इस वीडियो को लेकर जब पड़ताल की गई तो यह केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से शेयर किया गया है। सीआरपीएफ ने इस वीडियो को 17 जनवरी 2017 को पोस्ट किया था, जिसमें सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमाडेंट सतवंत सिंह की बहादुरी और कार्यक्षमता को बताया गया।
Exemplary leadership in adversity, leading & guiding fellow troops in the heart of Bastar by Asst Comdt Satwant Singh, 85Bn CRPF on 8Jun2009 pic.twitter.com/XdccphMlx6
— CRPF (@crpfindia) January 17, 2017
बताया जा रहा है कि साल 2009 में सतवंत सिंह छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ एक एनकाउंटर में बुरी तरह घायल हो गए थे, जिसके बाद वहां मौजूद सैनिकों ने उनकी कार्य कुशलता और घायलावस्था में क्षमता को देखते हुए वीडियो बना लिया था, जिसे सीआरपीएफ के ट्विटर अकाउंट पर अपलोड किया गया था।