औरंगजेब के पिता ने बेटे की शहादत पर बयां किया दर्द- कहा- दुश्मनों को मारिए या खुद मर जाइए
By भारती द्विवेदी | Published: June 16, 2018 12:03 PM2018-06-16T12:03:59+5:302018-06-16T12:03:59+5:30
औरंगजेब का सबसे बड़ा भाई मोहम्मद कासिम सेना में है। जबकि दो छोटे भाई आर्म्ड फोर्स में जाने की तैयारी कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 16 जून:'मेरा बेटा मर चुका है लेकिन अगर सब लोग अपने बच्चे को आर्मी में भेजना बंद कर देंगे तो देश के लिए कौन लड़ेगा?' ऊपर आप जो लाइन पढ़ रहे हैं। ये औरंगजेब की पिता मोहम्मद हनीफ ने कही हैं। 55 साल के हनीफ खुद सेना के लिए काम कर चुके हैं। औरंगजेब के बारे में बात करते हुए कहते हैं- 'मौत तो एक दिन आनी ही है। मैंने देश की सेवा करने के लिए उसे आर्मी में भेजा था। बतौर जवान या तो आप दुश्मनों को मारिए या खुद मर जाइए।'
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हनीफ और राज बेगम के दस बच्चे हैं। जिसमें औरंगजेब का नंबर चौथा था। हनीफ के सबसे बड़े बेटे मोहम्मद कासिम सेना में हैं। जबकि उनके दो छोटे बेटे मोहम्मद तारिक और मोहम्मद शाबिर आर्म्ड फोर्स ज्वाइन करने वाले हैं। तारिक ने लिखित और शारीरिक परीक्षा पास कर ली है। और वो मेडिकल टेस्ट के लिए पुणे में हैं, जो 22 जून को होना है। वहीं शाबिर ने मेडिकल और फिजिकल टेस्ट पास कर लिया है और वो 27 जुलाई को होनेवाली लिखित परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। हनीफ कहते हैं- 'हमारी फैमिली जवानों की फैमिली है।'
कैसे मिली औरंगजेब की मौत की खबर-
हनीफ कहते हैं- मैं और मेरी पत्नी पास के ही कसाबलारी गांव गए हुए थे। जब मेरे फोन पर एक कॉल आया। मेरी पत्नी उस फोन कॉल का जवाब ऊर्दू में दे रही थी। कॉल पर जो भी था, वो मेरे बारे में पूछ रहा था। मेरी पत्नी ने फोन को काट दिया। लेकिन बाद में जब मैंने कॉल बैक किया तो मुझे पता चला कि वो कॉल राष्ट्रीय राइफल्स की तरफ से किया गया था। उन्होंने मुझे बताया कि औरंगजेब को आंतकियों ने अगवा कर लिया है।
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14 जून को जम्मू-कश्मीर के पुलमावा से आंतकियों ने भारतीय सेना के 44 राष्ट्रीय रायफल के जवान औरंगजेब का अपहरण किया था। फिर उसकी हत्या कर दी थी। आंतकियों ने औरंगजेब को उस वक्त किडनैप किया, जब ईद की छुट्टी ले अपने घर जा रहे थे। आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने औरंगजेब के आखिरी पलों का वीडियो जारी किया है। जिसमें आतंकी औरंगजेब को एक पेड़ से बंधक बना कर पूछताछ कर रहे हैं। सबसे पहले आतंकियों ने जवान से उसका नाम और पता पूछा। औरंगजेब ने अपना नाम और पता जैसे ही बताया आतंकियों ने कहा तुम्हारी ड्यूटी कहां है और तुम शुक्ला के साथ रहते हो न?
इसके बाद औरंगजेब ने बिना किसी डर के जवाब दिया शादीपोरा, पुलवामा में मेरी ड्यूटी है और हां मेजर रोहित शुक्ला के साथ रहता हूं। आतंकियों ने इसके बाद पूछा कि तुम क्या ड्यूटी करते हो? औरंगजेब ने बताया कि पोस्ट पर सिपाही हूं। आतंकियों ने पूछा कि तुम शुक्ला के गार्ड भी हो? इसके बाद औरंगजेब ने हां में जवाब दिया। आतंकियों ने कहा कि उसके साथ हर ऑपरेशन में तुम जाते हो न? औरंगजेब ने कहा कि हां जाता हूं। आतंकियों ने पूछा कि मुहम्मद भाई, वसीम और तल्हा का एनकाउंटर तुमने ही किया था न? जवान ने बिना डरे कहा हां मैंने ही किया था।
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