मानवाधिकार संगठन ने किया खुलासा, बताया- क्यों की गई पत्रकार बुखारी की हत्या
By भाषा | Published: June 16, 2018 08:05 AM2018-06-16T08:05:56+5:302018-06-16T08:05:56+5:30
मानवाधिकार समूह ने कहा है कि सैन्य तरीके से समाधान के मुखर आलोचक बुखारी ने कश्मीर में संघर्षविराम का समर्थन किया था।
नयी दिल्ली , 16 जून: मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फ़ॉर सिविल लिबर्टीज़ (पीयूसीएल) ने वरिष्ठ पत्रकार और ‘ राइजिंग कश्मीर ’ के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि हत्या का मकसद शांति प्रक्रिया को बाधित करना है।
मानवाधिकार समूह ने कहा है कि सैन्य तरीके से समाधान के मुखर आलोचक बुखारी ने कश्मीर में संघर्षविराम का समर्थन किया था।
पीयूसीएल की एक विज्ञप्ति में कहा गया , ‘‘ वह सभी पक्षों की हिंसा के खिलाफ थे और वार्ता के जरिए शांति कायम करने के पक्षधर थे। उन्होंने संघर्षविराम का समर्थन किया था। ’’
सरकार को पत्रकारों की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए : भाजपा
‘ राइजिंग कश्मीर ’ के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की निंदा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने कहा कि आतंकवादियों ने महज एक व्यक्ति की हत्या नहीं की है बल्कि उन्होंने देश के लोकतंत्र के चौथे खम्भे की हत्या है।
उन्होंने मांग की कि जम्मू - कश्मीर में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सरकार पर्याप्त कदम उठाए। बुखारी और उनके दो निजी सुरक्षाकर्मियों की श्रीनगर में उनके कार्यालय के बाहर आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। खन्ना ने कहा कि आतंकवादियों ने घृणित अपराध को अंजाम दिया है और भाईचारे को कलंकित किया है।