पटनाः बिहार के खगड़िया और सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहे पुल के एक हिस्से के ध्वस्त होने के बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पुल के डिजाइन को लेकर सवाल उठाए हैं। वहीं तेजस्वी के इन आरोपों का जवाब देते हुए पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने तेजस्वी पर ही सवाल खडा कर दिया है।
उन्होंने पुल के डिजाइन से लेकर पिछले साल पुल के एक हिस्से के गिरने और उसके बाद भी काम शुरू कराने को लेकर पूरी जानकारी देते हुए बताया कि जिस पुल के डिजाइन को लेकर उपमुख्यमंत्री सवाल उठा रहे हैं। उसकी सच्चाई यह है जब वह पथ निर्माण मंत्री थे, उसी समय इसको अप्रूव किया गया था।
नितिन नवीन ने कहा कि उस समय उन्होंने डिजाइन पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाया था? आज पुल की डिजाइन पर सवाल उठा रहे हैं। पिछले साल 30 अप्रैल को पुल के एक हिस्से गिरने की घटना को लेकर नितिन नवीन ने बताया कि उस हादसे के बाद हम लोगों ने आईआईटी रुड़की और पटना आईआटी से पुल की जांच करवाई थी।
जिसकी रिपोर्ट आने के बाद फैसला विभाग को ही करना था। कोई फैसला होता, उससे पहले ही बिहार में सरकार बदल गई। खुद तेजस्वी यादव विभाग के मंत्री बन गए। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर फैसला तेजस्वी यादव को करना था। अगर रिपोर्ट सही नहीं थी तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि उन्होंने पुल का काम फिर से शुरू कराने की स्वीकृति क्यों दी? क्यों नहीं काम रुकवाया?
वह कहते हैं कि डिजाइन में फॉल्ट था। यह बात आप उस समय भी जानते थे तो चुप क्यों रहे? यह बात उन्हें सभी को बतानी चाहिए। पूर्व पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि सदन में तेजस्वी के ही दो विधायकों ने सवाल उठाए थे। लेकिन उनके सवालों के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा था कि बहुत अच्छा काम चल रहा है, कहीं कोई शिकायत नहीं है।
अगर कहीं कोई शिकायत नहीं थी, आज क्यों इस पर आरोप लगा रहे हैं? नितिन नवीन ने कहा पुल के डिजाइन को आपने अप्रूव किया, रूके हुए काम को आपने शुरू कराया। तो इसकी जवाबदेही भी आपकी ही होगी कि रिपोर्ट को दरकिनार कर किस मंशा से आपने पुल का काम शुरू करवाया था? आप इससे बच नहीं सकते हैं।